ग्वालियर सीएमएचओ डॉ. आर के राजौरिया : चिकित्सा एवं सह चिकित्सा का क्षेत्र सेवा का है व्यापार का नहीं
ग्वालियर| शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय ग्वालियर के ’पेरामेडिकल साइंस विभाग’ द्वारा ’करेंट आस्पेक्ट्स ऑफ हेल्थ केयर’ पर एक कार्यशाला का आयोजन तीन सत्रों में किया गया। कार्यशाला के प्रथम सत्र में पेरामेडिकल विभाग के डीएमएलटी के सीनियर विद्यार्थियों द्वारा कॉलेज की फेकल्टी,स्टाफ, विद्यार्थी एवं महाविद्यालय व आसपास क्षेत्रों के मजदूरों के 97 का स्वास्थ परीक्षण ’निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर’ में किया गया। इसमें मुख्यत वजन, ब्लड प्रेशर,ब्लड ग्रुप, आक्सीजन लेवल, ब्लड शुगर,हिमोग्लोबिन आदि की जांच की गई। कैंसर चिकित्सालय व रिसर्च केंद्र के डायरेक्टर डॉ बीआर श्रीवास्तव, जेएच जीआरएमसी के पूर्व अधीक्षक डॉ अशोक मिश्रा, ग्वालियर जिले के मुख्य जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आर के राजोरिया, संभाग के इंडोक्राइनोलोजिस्ट डॉ पंकज जैन,जीआरएमसी के पूर्व एम डी पैथोलोजिस्ट डॉ. वी के सिंघल, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के नवल किशोर शुक्ला आदि उपस्थित रहे|
डॉक्टर बीआर श्रीवास्तव ने कैंसर, उसकी जांच एवं उपचार में चिकित्सक एवं सहचिकित्सक की भूमिका एवं वर्तमान समय में उनके बढ़ते महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि युवा शराब,गुटखा का सेवन अधिक कर रहा है| साथ ही बिगड़ती दिनचर्या से भी हेल्थ बिगड़ने से भी कई बार खतरनाक बीमारियां होजाती है । डॉ आर के राजौरिया ने उदाहरण सहित चिकित्सा एवं सह चिकित्सा का क्षेत्र सेवा का है व्यापार का नहीं। लेकिन कोरोना के बाद बेहतर मेडिकल सुविधा होना ज़रूरी है| डॉक्टर्स की कमिओं की वजह से हमें कोरोना में दिक्क्तों का सामना भी करना पड़ा था| इंडोक्राइनोलोजिस्ट डॉक्टर पंकज जैन ने कोविड के बाद एवं जीवनशैली में बदलाव से वर्तमान समय में देश में बढ़ते डायबिटीज, विटामिन डी कमी एवं थायराइड मरीज के कारण एवं निवारण के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने पैरामेडिकल विद्यार्थियों से स्वास्थ्य परीक्षण से जुड़े सवाल भी पूछे एवं उनके जबाब दिये। डा. जैन ने प्राध्यापको के इन बीमारियों से जुड़े शंकाओं एवं प्रश्नों का समाधान किया तथा स्वस्थ बने रहने के लिए जीवन शैली से जुड़े कई बहुमूल्य सुझाव दिये।