तीसरी बार ग्वालियर की महापौर बनेगी महिला
ग्वालियर/वेब डेस्क। ग्वालियर के महापौर पद पर अनारक्षित महिला के नाम हुआ है। इस तरह ग्वालियर को तीसरी बार महिला महापौर मिलेगी। अनारक्षित महिला के नाम की लॉटरी खुलते ही भाजपा और कांग्रेस में दावेदारों के नाम उभरना शुरु हो गए है। उनसे जुड़े तमाम समर्थकों ने अपनी अपनी पसंद की महिला प्रत्याशी के नाम सोशल मीडिया पर डालना शुरु कर दिए है। उल्लेखनीय है कि इसके पहले वर्ष 1994 में ग्वालियर की पहली महिला महापौर स्व. अरुणा सैन्या बनी थी। जब यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुई थी। इसके बाद वर्ष 2009 में यह सीट पिछड़ा वर्ग महिला होने पर भाजपा की समीक्षा गुप्ता महापौर बनी। अब तीसरी बार अनारक्षित महिला के खाते में यह सीट जाएगी। इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस में दावेदारों के नाम तेजी के साथ उभरे है। यद्यपि दोनों ही प्रमुख दलों में प्रत्याशी की घोषणा संगठन को ही करना है। फिर भी दावेदार अपने अपने तरीके से नाम आगे बढ़ा रहे है।
महापौर पद के लिए भाजपा बेहद मजबूत
भारतीय जनता पार्टी हमेशा ही परिषद पर काबिज रही है और उसका महापौर बनता रहा है। इस बार भी महापौर पद के लिए भाजपा बेहद मजबूत है। इसके लिए सबसे पहला नाम पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद माया सिंह का चला है। वह पहले उप महापौर भी रह चुकीं हंै। वैसे यह पद उनके लिए पूरी तरह उपयुक्त नहीं माना जा रहा। क्योंकि वे इससे उच्च पदों पर रह चुकी है। इसके अलावा पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता का नाम भी है, लेकिन वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से बागी होकर ग्वालियर दक्षिण से निर्दलीय चुनाव लडऩा उनके लिए टेड़ी खीर बन सकता है। यद्यपि वह भाजपा में आ चुकी है। उन्हें वर्ष 2009 में पिछड़ा वर्ग महिला होने के कारण महापौर का टिकट मिला था।
पूर्व पार्षद भी है दावेदार
भाजपा में पार्षद एवं राज्य महिला आयोग की सदस्य रही प्रमिला वाजपेयी, महिला मोर्चा की अध्यक्ष खुशबू गुप्ता, पूर्व पार्षद एवं एमआईसी सदस्य नीलिमा शिंदे, पूर्व पार्षद डॉ.अंजली रायजादा,पूर्व पार्षद एवं एमआईसी सदस्य हेमलता रामेश्वर भदौरिया, भाजपा की प्रदेश मंत्री सुमन शर्मा, अर्पणा पाटिल, प्रदेश भाजपा की मीडिया वार्ताकार नीरु सिंह ज्ञानी, कांग्रेस से भाजपा में आई पूर्व पार्षद कमलेश कौरव, महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद मधु भारद्वाज, पूर्व पार्षद करुणा स्वतंत्र सक्सैना, पूर्व पार्षद विनती शर्मा के नाम सोशल मीडिया पर उभरे है। इसके अलावा एमआईसी सदस्य रहे सतीश बोहरे एवं धर्मेन्द्र तोमर गुड्डू के परिवार की महिलाओं के नाम भी सामने आए है।
रश्मी और शोभा कांग्रेस की प्रबल दावेदार
कांग्रेस में तेजतर्रार नेत्री रश्मी पवार शर्मा एवं विधायक डॉ.सतीश सिंह सिकरवार की पत्नी शोभा सिकरवार प्रबल दावेदार है। इसके अलावा महिला कांग्रेस अध्यक्ष रुचि राय ठाकुर, पूर्व पार्षद कुसुम शर्मा, पूर्व पार्षद गंगा अलबेल घुरैया, कार्यकारी अध्यक्ष वीना भारद्वाज, रश्मी पुरोहित, रश्मी परिहार के अलावा शहर अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा की पत्नी रीमा शर्मा एवं वरिष्ठ नेता अशोक सिंह की पत्नी राजेश रानी सिंह के नाम चर्चाओं में है।
बालेन्दु सक्रिय, आज बुलाई बैठक
विधानसभा टिकट नहीं मिलने के बाद अब पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष बालेन्दु शुक्ला अपनी पत्नी को टिकट दिलाने के प्रयास में है। इस सिलसिले में उन्होंने गुरुवार को सायं चार बजे अपने निवास पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की बैठक बुलाई है। जिसमें टिकट को लेकर मंथन होगा और भाजपा से महापौर सीट कैसे छीनी जाएं इस पर रणनीति बनेगी।
पत्नी के साथ दिखे अध्यक्ष
शहर जिला कांगे्रस अध्यक्ष डॉ देवेन्द्र शर्मा स्वयं और उनकी पत्नी रीमा शर्मा पार्षद रह चुके है। किंतु कांग्रेस की गतिविधियों में डॉ शर्मा ही दिखाई देते थे। बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रमों में जब डाू शर्मा के साथ उनकी पत्नी रीमा शर्मा भी आई, तो वहां मौजूद कांग्रेसियों में खुसर-पुसर शुरु हो गई कि अध्यक्ष जी अपनी पत्नी को महापौर का टिकट दिलवाना चाहते हैं।