सडक़ पर थूकने और खुले में पेशाब करने पर कटेंगे अंक, 7 स्टार की दावेदारी करेगा ग्वालियर नगर निगम
ग्वालियर। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 भी 9500 अंकों का होगा। हालांकि इस बार में सर्वेक्षण में सेवा स्तर की प्रगति (सर्विस लेवल प्रोग्रेस) के अंक 50 से बढ़ाकर 60 प्रतिशत निर्धारित किए हैं। इसके अलावा प्रमाणीकरण (सर्टिफिकेशन) के 26 प्रतिशत व जन आंदोलन के 14 प्रतिशत अंक होंगे। इशहर वासियों के सडक़ पर थूकने और खुले में पेशाब करने पर स्वच्छता के अंक कटेंगे। इन दोनों श्रेणी में कुल 120 अंक सर्वेक्षण में शामिल किए गए हैं। बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 भी 9500 अंकों का था, जबकि वर्ष 2022 में कुल अंक 7500 थे। उधर स्वच्छ भारत मिशन शहरीय के तहत होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में नगर निगम 7 स्टार रेटिंग के लिए दावेदारी पेश करेगा। इसके लिए तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। स्वच्छ भारत मिशन-नगरीय 2023 में नगर निगम को गारबेज फ्री सिटी में 3 स्टार की रेटिंग मिली थी।
वहीं शहरी मामलों के मंत्रालय की स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की रैकिंग में देश में 16वीं व प्रदेश में तीसरी रैंक हासिल की है। वर्तमान में शिकायतें मिल रही हैं कि वार्डों में डब्ल्यूएचओं ज्यादा लापरवाही बरत रहे हैं। इसको देखते हुए अब हर सप्ताह की ग्रेडिंग की व्यवस्था लागू की जा रही है। शहर में पदस्थ चार हेल्थ आफिसर अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत प्रत्येक वार्ड में निरीक्षण कर 66 डब्ल्यूएचओ की साप्ताहिक ग्रेडिंग जारी करेंगे, जिसका रिव्यू स्वच्छ भारत मिशन शाखा के उपायुक्त और अपर आयुक्त करेंगे।
चार चरणों में होगा स्वच्छता का मूल्यांकन
इस दौरान चार चरणों में स्वच्छता का मूल्यांकन किया जाए। पहले दो चरणों में मूल्यांकन स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के मानकों के अनुसार किया जाएगा। पहले चरण के 400 व दूसरे चरण के 570 अंक निर्धारित किए गए हैं। वहीं तीसरा चरण का मूल्यांकन जनवरी व फरवरी माह में होगा। इस चरण के 1882 अंक होंगे, जो कुल अंकों का 30 प्रतिशत है। इसके अलावा चौथे चरण का मूल्यांकन अप्रैल व मई में होगा, जिसके 2853 अंक होंगे।
इन पर भी रहेगा जोर
- शहर का सुंदरीकरण-300 अंक
- पर्यटकों के रुचि स्थल, स्मारक व पार्कों की सफाई-140 अंक
- बरसाती नालों व जल स्रोतों की सफाई-75 अंक
- स्कूलों में सफाई-75 अंक
- घरों से कचरे का उठान-300 अंक
- मौके पर ही गीला व सूखा कचरा एकत्रित करना-300 अंक
- सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध-150 अंक
दोबारा गंदगी मिलने पर लगेगा जुर्माना
- नगर निगम की ओर से खाली पड़े प्लाटों को कचरा मुक्त कराने के साथ ही, उनके मालिकों को नोटिस दिया जाएगा। कि वे जल्द से जल्द चाहरदीवारी बनवाएं, दोबारा गंदगी मिलने पर जुर्माना भी वसूला जाएगा।