सुबह हुई बारिश के बाद लुढ़का पारा
ग्वालियर। शहर में शुक्रवार शाम को हुई छुटपुट बूंदाबांदी के बाद शनिवार को भी मौसम के कई रूप देखने को मिले। सुबह घने बादलों के साथ जहां धुंध छाई रहीं वहीं सुबह करीब सवा नौ बजे के करीब रिमझिम अंदाज में बूंदाबांदी हुई। दोपहर में कुछ देर के लिए मौसम लगभग साफ हो गया और चटक धूप निकली, लेकिन कुछ समय बादल ही बादल फिर से आ डटे। इसके बाद दिन चढऩे के साथ बादलों का घनत्व निरंतर बढ़ता गया और शाम होने से पहले पूरे आसमान पर बादलों का कब्जा हो गया, जिससे बारिश की संभावना बनी हुई है।
भोपाल के सेवानिवृत्त मुख्य मौसम विज्ञानी डी.पी. दुबे ने बताया कि इस समय मुख्य रूप से तीन सिस्टम सक्रिय हैं। उड़ीसा के ऊपर प्रति चक्रवात और अरब सागर में डिपे्रशन बना हुआ है। उधर पाकिस्तान और पंजाब के मध्य में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। ये तीनों सिस्टम अपनी-अपनी जगह पर स्थिर हैं। इनमें कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। इसके साथ ही अरब सागर से नमी लेकर आ रहीं दक्षिणी हवाएं भी वायु मंडल में बह रही हैं, इसलिए अगले दो दिन तक मौसम में परिवर्तन की संभावना नहीं है। अगले दो दिनों तक बादलों की आवा-जाही इसी प्रकार बनी रह सकती है। इस दौरान कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी होने की संभावना है, लेकिन तेज बारिश की उम्मीद नहीं है।
दिन में लुढ़का पारा -
रात का पारा चढ़ा तो दिन का लुढ़का: मौसम में परिवर्तन के चलते पिछले दो दिन में रात के तापमान में जहां चार डिग्री सेल्सियस का उछाल आया है तो वहीं दिन के तापमान में छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में शनिवार को अधिकतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री सेल्सियस उछाल के साथ 16.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो औसत से 8.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 90 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी घटकर 73 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी सामान्य से 21 प्रतिशत अधिक है। यहां बता दें कि दो दिन पहले गुरुवार को अधिकतम तापमान 31.7 और न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।