ISBT में दिखेगी ग्वालियर की ऐतिहासिकता, अंतिम चरण में पहुंचा कार्य
ग्वालियर। जलालपुर पर ट्रिपल आइटीएम के पास स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन द्वारा तैयार कराया जा रहा इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) का कार्य अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। 64.22 करोड़ रुपए की लागत से 25 एकड़ जमीन पर तैयार इस बस टर्मिनल का काम तेजी से किया जा रहा है।
शायद यही कारण है कि स्मार्ट सिटी की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीतू माथुर ने स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में प्रगतिरत ऐसे विकास कार्यो का निरीक्षण किया जिनका कार्य अब अंतिम चरण में चल रहा है। उन्होंने आईएसबीटी व स्मार्ट स्कूल मे किए जा रहे इंटीरियर वर्क में ग्वालियर की ऐतिहासिकता को भी प्रमुख रुप से दिखाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। निरीक्षण के दौरान निर्माण एजेंसी व स्मार्ट सिटी के अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
श्रीमती माथुर ने निरीक्षण के दौरान सबसे पहले शहर में बन रहे (आईएसबीटी) इंटर स्टेट बस टर्मिनल के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस परियोजना से संबंधित अंतिम शेष कार्यो को तय समयसीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण कर ले और इसके साथ ही इसके इंटीरियर वर्क में इस बात का विशेष ख्याल रखे कि इसमें ग्वालियर की ऐतिहासिकता प्रमुख रुप से दिखाई दे। यहां बता दे कि आईएसबीटी का स्ट्रेक्चर का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है और अब इसके फिनिशिंग का कार्य किया जा रहा है। वही स्मार्ट सिटी के तहत शिक्षा नगर मे बन रहे स्मार्ट स्कूल के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया। श्रीमती माथुर ने अंत में मुरेना रोड पर जय विलास की थीम पर बन रहे प्रवेश द्वार का भी निरीक्षण कर इसके निर्माण कार्य को तय समय सीमा में जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
ये मिलेंगी सुविधाएं
-इसका निर्माण ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट के तहत किया गया है। इसमें ऊर्जा बचत, जल संरक्षण, प्राकृतिक प्रकाश जैसे घटकों का उपयोग किया जा रहा है। यही कारण है कि बस टर्मिनल की छत पक्की करने के बजाय यहां ट्रस बनाई गई है। बस टर्मिनल में 52 प्लेटफार्म बनाए जा रहे, जिसमें पांच से 10 मिनट के अंतराल में एक साथ 52 बसें अपने गंतव्य की ओर रवाना हो सकेंगी। यहां 137 बसें खड़ी की जा सकेंगी, जिसमें 52 बसें प्लेटफार्म तथा 85 बसें पार्किंग में खड़ी की जा सकेंगी।
यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
यहां सार्वजनिक शौचालय के साथ दिव्यांगों की सुगमता के लिए बाधारहित पथ तैयार किया जा रहा है। बसों के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग स्थान बनाए जा रहे है। बस चालकों के लिए विश्राम कक्ष भी तैयार होंगे। बसों के लिए अलग से वर्कशाप तैयार किया जाएगा, जहां बसों की साफ-सफाई से लेकर उनकी मरम्मत तक के इंतजाम होंगे।