हमारा सौभाग्य है कि हमारी आंखों के सामने राम मंदिर का निर्माण हो रहा है : उमाशंकर पचौरी

हमारा सौभाग्य है कि हमारी आंखों के सामने राम मंदिर का निर्माण हो रहा है : उमाशंकर पचौरी
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'राम मंदिर से राष्ट्र मंदिर विषय पर', युवा संवाद का आयोजन

ग्वालियर। ग्वालियर में राष्ट्र उत्थान न्यास विवेकानंद सभागार में शुक्रवार को 'राम मंदिर से राष्ट्र मंदिर विषय पर', युवा संवाद का आयोजन किया गया आयोजन में मुख्य वक्ता भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमाशंकर पचौरी मुख्य अतिथि शरद गर्ग उपस्थित रहे।

मुख्य वक्ता पचौरी जी ने कहा कि हमारी पूर्व की कई पीढ़ियो ने राम मंदिर के निर्माण में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया हम लोग बहुत सौभाग्यशाली हैं कि हमारे समय में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। 22 जनवरी को रामलला अयोध्या राम मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। यह हमारे लिए बहुत हर्ष का विषय है। पचौरी ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को भगवान श्री राम के चरित्र का अनुसरण करना चाहिए एक आदर्श पुत्र ,भाई , पिता , राजा ,मित्र, शिष्य का आचरण कैसा होना चाहिए। यह हमें भगवान श्री राम के आचरण से सीखना चाहिए।

उन्होंने कहा की भगवान श्री राम ने लंका पर आक्रमण करते समय कैसे छोटे से छोटे जीव को एक साथ संगठित करके लंका पर विजय प्राप्त की विजय प्राप्त करने के पश्चात अपने वचन अनुसार लंका रावण के भाई विभीषण को सौंप दी। भगवान श्री राम ने अपनी पिता की आज्ञा अनुसार अयोध्या राज को ठुकराकर 14 वर्ष के लिए वन में चले गए। यह घटना दर्शाती है कि उनके जीवन में राज्य से बड़े पिताजी के वचन थे।

राष्ट्र मंदिर -

पचौरी ने बताया कि राम मंदिर ,मंदिर नहीं बल्कि एक राष्ट्र मंदिर है जिसमें भारत के करोड़ों हिंदुओं की भावना जुड़ी हुई है। आज की युवा पीढ़ी यदि भगवान श्री राम के चरित्र का अनुसरण करके आगे बढ़ती है तो यह संपूर्ण भारत एक राष्ट्र मंदिर के रूप में उभरकर आजाएगा। संपूर्ण विश्व मैं भगवान श्री राम का नाम चारों तरफ गूंजायमान हो रहा है। आज संपूर्ण विश्व भगवान श्री राम के चरित्र का अनुसरण करने के लिए प्रेरित है। आओ हम सब मिलकर यह संकल्प ले की स्वयं एवं अपने परिवार, बच्चों को नियमित रामायण का पाठ करने का आग्रह करेंगे।

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