दो वर्ष बाद आज मनेगी हनुमान जयंती, शहर में होंगे भव्य आयोजन
ग्वालियर, न.सं.। हनुमान जी को कलयुग में सबसे प्रभावशाली देवताओं में एक माना जाता है। हनुमान जी शिवजी के सभी अवतारों में सबसे बलवान और बुद्धिमान माने जाते हैं। कोरोना संक्रमण के दो वर्ष बाद आज शनिवार को हनुमान जी की जयंती शहर में धूमधाम से मनाई जाएगी। इस मौके पर हनुमान मंदिरों पर भव्य आयोजन और भण्डारे भी होंगे। वहीं शहर के हनुमान मंदिरों को भी आकर्षक विद्युत से सजाया गया है।
चिरंजीवी हनुमान का जन्म उत्सव रवि योग में मनेगा:-
बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉ. सतीश सोनी के अनुसार हनुमान जन्मोत्सव के दिन रवियोग और हर्षण योग बन रहा है। इस दिन हस्त व चित्रा नक्षत्र रहेगा। 16 अप्रैल को हस्त नक्षत्र सुबह 8.40 तक रहेगा। उसके बाद चित्रा नक्षत्र शुरू होगा। इसके साथ ही रवि योग सुबह 5.55 से प्रारंभ होकर सुबह 8.40 बजे तक रहेगा। इन शुभ योगों में हनुमंत लाल की पूजा करना कल्याणकारी होगी। हनुमान जयंती पर शनिवार होने से हनुमत जन्म उत्सव का महत्व और अधिक बढ़ गया है। इस वर्ष हनुमान जन्म उत्सव पर सूर्य उच्च राशि में रहेंगे। शनि अपनी उच्च राशि मकर में रहेंगे और गुरु भी अपनी स्वराशि मीन में रहेंगे। मेष राशि में हनुमत जन्म उत्सव के समय सूर्य, बुध, राहु एक साथ भी उपस्थित होंगे।
पहाड़ फटने से प्रकट हुए थे गरगज के हनुमान जी:-
बोहड़ापुर स्थित गरगज हनुमान मंदिर 100 वर्ष से अधिक पुराना है। मंदिर 10 से 11 फिट की प्रतिमा विराजमान है। इस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा नहीं की गई है यह पहाड़ फटने से प्रकट हुई है। मंदिर के महंत पूर्णानंद शर्मा, पुजारी अशोक शर्मा और अजय शर्मा ने बताया कि हनुमान जंयती पर भगवान का अद्भुत श्रंगार किया गया है। भक्त सुबह से ही भगवान के दर्शन कर सकेंगे। इस मौके पर सुंदरकांड और भजनसंध्या का भी आयोजन होगा। हनुमान जयंती के दूसरे दिन शोभायात्रा भी निकाली जाएगी।
खेड़ापति मंदिर पर लगेगा छप्पन भोग:-
शहर के प्रमुख मंदिरों में शामिल खेड़ापति हनुमान मंदिर पर शनिवार को हनुमान जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी। मंदिर के महंत सियाराम शर्मा ने बताया कि कोरोना के दो वर्ष बाद हनुमान जयंती मनने से सभी काफी उत्साहित हैं। इस दिन मंदिर पर 56 भोग लगाया जाएगा। इसके साथ ही मंदिर पर फूल बंगला सजेगा और भगवान का श्रंगार व अभिषेक किया जाएगा। मंदिर पर आने वाले भक्तों के लिए शीतल पेय पदार्थ उपलब्ध रहेंगे। इसके साथ ही भण्डारा भी होगा। सुबह पांच बजे आरती उपरांत भक्त भगवान के दर्शन कर सकेंगे।
150 वर्ष पुराना है मंशापूर्ण हनुमान मंदिर:-
पड़ाव स्थित मंशापूर्ण हनुमान मंदिर 150 वर्ष पुराना मंदिर है। मंदिर के पुजारी पं. गोपाल दुबे ने बताया कि वैसे तो प्रतिदिन हनुमान जी की तीन आरती की जाती हैं लेकिन हनुमान जयंती के अवसर पर हनुमान जी की चार आरती की जाएंगी। मंदिर में हनुमान जी की साढ़े चार फीट की प्रतिमा विराजमान है जो बाल रूप में है। हनुमान जयंती के अवसर पर भगवान का विशेष श्रंगार किया गया है। इस दिन भंडारा भी किया जाएगा। कोरोना का प्रभाव खत्म होने से इस बार हनुमान जयंती बहुत ही धूमधाम से मनाई जाएगी।
बालाजी धाम में होंगे विभिन्न आयोजन:-
बोहड़ापुर स्थित बालाजी धाम में हनुमान जयंती उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। बालाजी धाम में हनुमान जी की छह फीट की प्रतिमा स्थापित है। मंदिर 20 वर्ष पुराना है। हनुमान जंयती पर मंदिर में अखंड रामायण, मंगल आरती, हवन और भण्डारा होगा। इस मौके पर भजनों का कार्यक्रम भी होगा।
शहर के छोटे मंदिर सजकर तैयार हुए:-
हनुमान जयंती का पर्व शनिवार को श्रद्धा-भाव के मनाया जाने वाला है। इस पर्व को लेकर शहर के सभी छोटे-छोटे मंदिर सजकर तैयार हो गए हैं। इन मंदिरों पर शुक्रवार की रात से ही भक्तों की चहल-पहल शुरू हो गई। शनिवार को मंदिर पर भक्तों की अच्छी-खासी भीड़ भी देखने को मिलेगी और प्रसाद वितरण भी किया जाएगा।