ग्वालियर में तीन पत्नियों और पुत्र के साथ पूजे जाएंगे हनुमान जी, इस..मंदिर में स्थापित होने जा रही है प्रतिमा
ग्वालियर/वेबडेस्क। हनुमान जी संसार में बाल ब्रह्मचारी और रामभक्त के रूप मे जाने जाते है।सभी मंदिरों में उनकी इसी रूप में पूजा भी की जाती है लेकिन ग्वालियर पहला ऐसा शहर बनने जा रहा है जहां हनुमान की पूजा उनकी तीन पत्नियों के साथ की जाएगी। इस मंदिर में हनुमान जी अपनी तीनों पत्नियों सुवर्चला, अनंगकुसुमा, सत्यवती व पुत्र मकरध्वज के साथ विराजेंगे।
ग्वालियर की अपना घर कॉलोनी स्थित श्री महालक्ष्मी शक्ति पीठ मंदिर के संस्थापक अध्यक्ष लक्ष्मीचंद शर्मा ने बताया कि वह जल्द ही हनुमान जी और उनके पूरे परिवार की प्रतिमाओं की स्थापना कराने जा रहे है। उन्होंने बताया की हनुमान जी के ब्रह्मचारी स्वरूप के कारण लोग उन्हें अविवाहित ही मानते है लेकिन पाराशर संहिता के अनुसार अलग-अलग कारणों एवं परिस्थितियों के चलते हनुमान जी की तीन शादियां हुई थी। जिसमें उनकी पहली शादी सूर्य की पुत्री सुवर्चला, दूसरी शादी वरूणदेव की पुत्री सत्यवती और तीसरी शादी रावण की पुत्री की पुत्री अनंगकुसुमा से हुई थी।
121 देवता सपरिवार होंगे विराजित -
उन्होंने बताया की 25 साल पुराने इस मंदिर में हाल ही में 31 फीट ऊंची प्रतिमा को भी स्थापित किया गया है जोकि ग्वालियर अंचल की सबसे बड़ी मूर्ति है। इसका निर्माण अष्टधातु से किया गया है। इसे देखने के लिए अब काफी दूर-दूर से लोग आ रहे है। उन्होंने कहा की आने वाले दिनों में उनकी योजना मंदिर को और विस्तार देने की है। जिसके तहत मंदिर परिसर में 121 देवी देवताओं की प्रतिमा को स्थापित किया जायेगा। यहां पर पहले पीओपी की मूर्तियां विराजमान थीं। लेकिन अब इन सभी पीओपी की मूर्तियों की जगह पर मारबल की मूर्तियां विराजमान की जाएंगी जिसमें 13 दुर्गासप्तशती देवियों की मूर्तियां एवं गणेश जी सहपरिवार,सप्तचिरंजिवि मंदिर ,नवग्रह शिव परिवार, गणेश जी के साथ ही उनकी धर्मपत्नियां, पुत्रों, बहुओं, पौत्रों एवं प्रपौत्रों सहित संतोषीमाता की मूर्ति भी विराजमान की जाएंगी।