ग्वालियर में डेंगू से लड़ने स्वास्थ्य विभाग नहीं तैयार, 22 कर्मचारियों के भरोसे एंटी लार्वा सर्वे

ग्वालियर में डेंगू  से लड़ने  स्वास्थ्य विभाग नहीं तैयार,  22 कर्मचारियों के भरोसे एंटी लार्वा सर्वे
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जिले में डेंगू से लडऩे के लिए तैयारी पूरी नहीं है। केवल निर्देशों के सहारे ही नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग डेंगू को हराने के दावे कर रहा है।

ग्वालियर, न.सं.। मच्छर जनित बीमारियों से निपटने के लिए भले ही शासन ने अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। लेकिन जिले में डेंगू से लडऩे के लिए तैयारी पूरी नहीं है। केवल निर्देशों के सहारे ही नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग डेंगू को हराने के दावे कर रहा है। जबकि पिछले वर्ष डेंगू व मलेरिया ने बड़ी संख्या में लोगों को चपेट में लिया था। दरअसल बारिश के साथ मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। शहर में जगह-जगह जलभराव होने के कारण लोग डेंगू व मलेरिया की चपेट में भी आने लगे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया विभाग के पास डेंगू से निपटने के लिए पर्याप्त स्टाफ तक नहीं है। शहहर में एंटी लार्वा सर्वे के लिए मलेरिया विभाग के पास महज 22 मलेरिया कर्मचारी है, जो घरों में लार्वा का सर्वे करते हैं। जबकि शहर में कुल 66 वार्ड है, ऐसे में डेंगू से निपटने के लिए मलेरिया विभाग कितना तैयार है। इसका अंदाजा मलेरिया विभाग के स्टाफ से ही लगाया जा सकता है। इसके अलावा शहर में फॉगिंग व जलभराव की बात करें तो यह भी सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। नगर निगम का अमला शहर में न ही जलभराव से निजात दिलाने के लिए कोई पहल हुई और न ही मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए दवा का छिडक़ाव। स्थिति यह है कि एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय के अधिकारी निर्देश जारी कर सिर्फ खानापूर्ति करने में लगे हुए हैं। यह स्थिति तब है जब जिले में डेंगू के 37 एवं मलेरिया के आठ मामले सामने आ चुके हैं।

स्टाफ उपलब्ध कराने कई बार कर चुके हैं मांग-

शहर में मच्छर जनित बीरियों से निपटने के लिए एंटी लार्वा सर्वे के लिए मलेरिया विभाग द्वारा कई बार आउट सोर्स पर कर्मचारी रखने की मांग की जा चुकी है। लेकिन अभी तक एक भी कर्मचारी नहीं रखा गया। जबकि पूर्व में एंटी लार्वा सर्वे के लिए आउट सोर्स पर कर्मचारी रखे जाते थे।

सर्वे के लिए कम से कम 200 कर्मचारियों की जरूरत-

शहर की जनसंख्या के हिसाब से एंटी लार्वा सर्वे के लिए कम से कम 200 कर्मचारियों की मलेरिया विभाग को जरूरत है। क्योंकि शहर में कुल 66 वार्ड है, इसलिए एक वार्ड में सर्वे के लिए कम से कम तीन कर्मचारियों की आवश्यता पड़ती है।

चार हजार से अधिक घरों में मिल चुका है लार्वा-

मलेरिया विभाग की टीम द्वारा जिले भर में जनवरी माह से लेकर अभी तक 2 लाख 92 हजार 209 घरों में एंटी लार्वा सर्वे किया है। सर्वे में 4 हजार 44 घरों में अभी तक लार्वा मिला है। जबकि अगर मलेरिया विभाग को अतिरिक्त कर्मचारी मिले तो यह सर्वे का काम तेजी के साथ तो ही सकेगा। साथ ही लार्वा को भी नष्ट किया जा सकेगा।

निगम ने नहीं शुरू की जुर्माने की कार्रवाई-

मलेरिया विभाग द्वारा एंटी लार्वा सर्वे का काम प्रतिवर्ष किया जाता है। इसके अलावा लार्वा मिलने पर नगर निगम द्वारा संबंधित पर जुर्माना भी लगाया जाता है। लेकिन निगम द्वारा अभी तक जुर्माने की कार्रवाई भी शुरू नहीं की।

एंटी लार्वा सर्वे के लिए स्टाफ मांगा गया है, जल्द ही स्टाफ मिलने की उम्मीद है। स्टाफ मिलने के बाद सर्वे का काम तेजी से किया जाएगा।

डॉ. विनोद दौनेरिया, जिला मलेरिया अधिकारी





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