अंचल में अगले तीन दिन तक भारी बारिश की संभावना
ग्वालियर, न.सं.। जून और जुलाई के बाद अगस्त के भी 20 दिन गुजर गए, लेकिन ग्वालियर में लगातार झमाझम और भारी बारिश की स्थिति नहीं बनी। हालांकि पिछले करीब दस दिनों से आए दिन मध्यम गति से बारिश अवश्य हो रही है। इसके चलते जहां गर्मी अभी तक शांत नहीं हुई है। वहीं बारिश का आंकड़ा भी औसत को नहीं छू पाया है, लेकिन मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन से चार दिनों तक ग्वालियर और चम्बल अंचल के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
ग्वालियर में बुधवार शाम को लगभग आधा घंटे तक हुई तेज बारिश के बाद गुरुवार को भी बारिश का क्रम जारी रहा। सुबह करीब 10 से दोपहर 12 बजे तक रिमझिम अंदाज में बारिश होती रही। इस दौरान शहर में लगभग तीन मिली मीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि पिछले 24 घंटे में 27.0 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है। इस प्रकार एक जून से अब तक शहर में कुल 425.0 मिली मीटर बारिश हो चुकी है, जो औसत से काफी कम है।
भोपाल के सेवानिवृत्त मुख्य मौसम विज्ञानी डी.पी. दुबे ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जो अगले 24 घंटे में सक्रिय होकर मध्यप्रदेश की ओर आएगा। यह सिस्टम ग्वालियर-चम्बल के पास से होकर गुजरेगा। इसके प्रभाव से पूरे अंचल में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। श्री दुबे के अनुसार 21 अगस्त की शाम से बारिश का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। इसके बाद 22, 23 व 24 अगस्त को अंचल के अधिकांश भागों में भारी बारिश हो सकती है, जिससे औसत बारिश का कोटा पूरा होने की उम्मीद है।
सामान्य से नीचे उतरा तापमान
गुरुवार को दिन भर बादल छाए रहे। इस दौरान सुबह दस बजे से करीब दो घंटे तक रिमझिम बारिश होती रही। इसके चलते पिछले दिन की तुलना में अधिकतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 31.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 1.2 डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान भी 0.4 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 0.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज हवाएं उत्तर पश्चिमी चलीं, जिनकी गति चार किलो मीटर प्रति घंटा थी। आज सुबह हवा में नमी 90 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से आठ प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी 84 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी सामान्य से आठ प्रतिशत अधिक है।