ग्वालियर के गोला का मंदिर थाना क्षेत्र की शान है ऐतिहासिक व्यापार मेला
ग्वालियर| गोला का मंदिर थाना क्षेत्र की सबसे बड़ी खासियत ऐतिहासिक ग्वालियर व्यापार मेला है। थाने की शुरुआत मेला परिसर में ही बनी इमारत में हुई थी, लेकिन अब दूसरे स्थान पर थाना है। कभी यहां नैरोगेज रेलवे स्टेशन का बड़ा केंद्र हुआ करता था। भिंड से निकलने वाली छुक-छुक रेलगाड़ी गोला का मंदिर से होते हुए रेस कोर्स रोड वाया गाटरवाली पुलिया के नीचे से ग्वालियर रेलवे स्टेशन पहुंचती थीं। हालांकि गोला का मंदिर चौराहा पर पुराने रेलवे स्टेशन की इमारत अभी भी बनी हुई है। जेबी मंघाराम, सिमको , जेसी मिल इस क्षेत्र की शान हुआ करती थी। कृषि महाविद्यालय के साथ अभी हाल ही में विश्वविद्यालय संचालित होने लगा है। एशिया के एक मात्र खेल संस्थान एलएनआईपीई कृषि विश्वविद्यालय और इंजीनियरिंग महाविद्यालय इस थाना की सीमा में बने हुए हैं। वर्तमान में यहां पर पूर्व डीजीपी, सांसद, न्यायाधीश, पुलिस अधिकारी सहित अन्य गणमान्य लोग निवास करते हैं। क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के कारण पुलिस के लिए हर समय चुनौती बनी रहती है। क्षेत्र में गुंडे 23 और हिस्ट्री शीटर 28 हैं। तो वहीं जड़ेरुआ और पंचशील नगर संवेदनशील क्षेत्र हैं।
सेना का स्वीमिंग पूल व खेल मैदान-
थाने से चंद कदम की दूरी पर ही सेना का स्विमिंग पूल और टेनिस कोर्ट बना हुआ है, जिसे क्लब के नाम से भी जाना जाता है। काल्पी ब्रिज पुल, ब्रिगेडियर बंगला आज भी बना हुआ है।
यहां बना है भव्य सूर्य मंदिर-
घनश्याम दास बिड़ला ने ग्वालियर में एक भव्य सूर्य मंदिर बनवाया है। मंदिर से पहले उन्होंने एक बिरला चिकित्सालय भी बनाया था जो आज आलीशान इमारत में तब्दील हो चुका है और सैंकड़ों लोग उपचार कराने आते हैं।
कभी हुआ करता था बढ़ा औद्योगिक केंद्र-
गोला का मंदिर क्षेत्र आज से तीन दशक पहले बड़ा औद्योगिक केंद्र हुआ करता था। जेसी मिल फैट्री, सिमको , ग्रेसिम यह वो फैट्री थी,जहां से माल बनने के बाद विदेश निर्यात होता था। समय के साथ आज यह उद्योग बंद हो गए हैं।
इनका कहना है -
इनका कहना है क्षेत्र में अधिकांश सेना में कार्यरत और सेवानिवृत्त लोग रहते हैं। अब नई कॉलोनियों के निर्माण से पुलिस के काम बढ़ गए हैं। अपराध की दृष्टि से भी यह थाना महत्वूपर्ण है और यहां बल की असर कमी रहती है।
रामनरेश यादव गोला का मंदिर थाना
थाने का बल -
थाना प्रभारी- 01
उपनिरीक्षक -4
सहायक उपनिरीक्षक - 5
प्रधान आरक्षक - 11
आरक्षक - 35
महिला सहायक उपनिरीक्षक - 2
महिला आरक्षक - 5