ग्वालियर में 20 लाख के लिए पति की गला घोंटकर हत्या, शव को कार से रौंदा
ग्वालियर। शराब पीने की आदत बार बार टोकने की आदत और बीस लाख रुपए बीमा की राशि हड़पने के लिए पत्नी ने अपने ही पति की हत्या का षडयंत्र रचा और उसको मौत के घाट उतार दिया। पुलिस से बचने के लिए पत्नी ने अपने जीजा उसके साढ़ू और दो दोस्तों के साथ मिलकर शव के ऊपर कार को चढ़ाकर उसे रौंद दिया, ताकि मौत सडक़ दुर्घटना में होना प्रतीत हो। लेकिन पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए पत्नी उसके जीजा साढ़ू व एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी अभी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि 4 अप्रैल को चीनौर थाना क्षेत्र स्थित भौरी की पुलिया पर अज्ञात शव पड़ा मिला था। मृतक पहचान उसके पास मिले आधार कार्ड से रामाधार पुत्र रामहेत जाटव निवासी पुरानी छावनी सुसेर के रूप में हुई। पहचान होने के बाद पुलिस को रामधार की मौत पर संदेह होने पर मौत की पड़ताल की तो चौकाने वाला खुलासा हुआ। रामाधार जाटव की हत्या उसकी ही पत्नी सीमा ने अपने जीजा के भाई सुरेन्द्र उर्फ छोटू जाटव सुरेद्र के साढ़ू नरेन्द्र जाटव और दोस्त दिनेश व जितेन्द्र के साथ मिलकर की थी। रामधार की हत्या का सीमा ने खुलासा करते हुए बताया कि वह उसकी शराब पीने की आदत और घर पर आने जाने वालों से बात करने पर टोकने से वह परेशान आ चुकी थी। रामधार शराब पीने का आदी था और आए दिन दोनों में इसी बात को लेकर गृहक्लेश होता रहता था। जब सीमा पति से ज्यादा तंग आ गई तो उसने हत्या की योजना बना डाली। हत्या करने से पहले सीमा ने रामाधार का पैतृक मकान बेचकर बीस लाख रुपए की बीमा पालिसी इसलिए करा दी थी कि उसकी मौत के बाद सारा पैसा उसे ही मिलेगा। आरोपियों में तय हुआ था कि बीमा पालिसी की रकम का पांचों में बंटवारा होगा। रामधार की हत्या का पता चलने पर पुलिस ने सीमा उसके जीजा सुरेन्द्र उर्फ छोटू पुत्र नारायण जाटव निवासी डबरा महाराजपुर, नरेन्द्र पुत्र गोपीराम जाटव निवासी पुरी का चक आंतरी, दिनेश पुत्र राधेलाल जाटव निवासी अम्बेडकर कॉलोनी डबरा को गिरफ्तार कर लिया जबकि एक आरोपी जितेन्द्र पुत्र नंदलाल शाक्य निवासी दीदार कॉलोनी डबरा पुलिस पकड़ से दूर है। पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 201, 120बी के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
सीमा को पहले उसकी ननद के घर बागचीनी अर्रु का पुरा भेजा दिया ताकि उसके ऊपर संदेह न हो। सीमा ने पति को बागचीनी से ग्वालियर भेज दिया और जीजा सुरेन्द्र को बता दिया। 3 अप्रैल को जैसे ही रामाधार ग्वालियर आया उसके पास सुरेन्द्र को भेज दिया। सुरेन्द्र, दिनेश, जितेन्द्र व नरेन्द्र जाटव योजना के मुताबिक रामधार के घर पहुंच गए और उसे जमकर शराब पिला दी। इसके बाद उसे स्विफ्ट कार से शहर में घुमाते रहे और शराब पी पिलाते रहे। अंधेरा होने पर गाड़ी लेकर सभी आरोपी नरवर वाले जंगल में पहुंचे और यहां पर तौलिया से उसकी गला घोंटकर हत्या को अंजाम दे डाला। हत्या करने के बाद शव लेकर चीनौर भौरी की पुलिया के पास पहुंचे और गाड़ी से नीचे फेंक दिया। शव के ऊपर कार को चढ़ाकर उसे रौंदा ताकि रामाधार की मौत सडक़ दुर्घटना में होना प्रतीत हो। पुलिस को भ्रमित करने के लिए कार को शव पर चढ़ाया लेकिन शव विच्छेदन रिपोर्ट में हत्या गला घोंटने से पता चलने पर हत्या का पर्दाफाश हो गया।