ग्वालियर:कार्यकारिणी समिति की बैठक में खर्चों को लेकर सम्भागायुक्त हुए नाराज कहा शासन से मांगे पैसा
ग्वालियर, न.सं.। आप लोग अपने हिसाब से नियम बना कर महाविद्यालय के बजट को खर्च कर रहे हो। लेकिन अब इस तरह से नहीं चलेगा, अगर आपको बजट चाहिए तो शासन से मांगे। महाविद्यालय के बजट को कम से कम खर्च करें। यह नाराजगी सम्भागायुक्त दीपक सिंह ने व्यक्त की।
दरअसल सम्भागायुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय की कार्यकारिणी समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में महाविद्यालय के अधिकारियों द्वारा स्टेशनरी, प्रिंटिंग, फर्नीचर, छात्रावास सहित अन्य कामों के लिए बजट की मांग सम्भागयुक्त से की। इसमें अकेले स्टेशनरी- प्रिंटिंग के लिए ही करीब 80 लाख बजट मांगा गया। इसके अलावा बैठक में यह भी सामने आया कि एनॉटोमी विभाग, छात्रावास, ई-पुस्तकालय के अलावा अन्य काम के लिए महाविद्यालय के बजट से लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। जबकि महाविद्यालय के पास सिर्फ पांच लाख रुपए खर्च करने का अधिकार होता है। जिसको लेकर सम्भागायुक्त नाराज हो गए और कहा कि आप महाविद्यालय के बजट को अपने हिसाब से खर्च कर रहे हैं। इतना ही नहीं सम्भागायुक्त से स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि अगर आपको बजट की जरूरत है तो शासन से मांगे, महाविद्यालय के बजट से खर्चा न करें। इसके अलावा बैठक में सम्भागायुक्त ने हजार बिस्तर के अस्पताल में नवनिर्मित पांच दुकानों को नगर निगम व जीडीए को सौंपने के निर्देश भी दिए। सम्भागयुक्त का कहना था कि दुकानों का आवंट नगर निगम व जीडीए के माध्यम से ही कराया जाए।
हाउसिंग कॉम्प्लेक्स के लिए जिलाधीश को प्रस्तुत करें प्रस्ताव-
बैठक में चिकित्सकों के लिए हाउसिंग कॉम्पलेक्स के निर्माण पर भी चर्चा हुई। इस पर महाविद्यालय की ओर से बताया गया कि एस.ए.एफ ग्राउण्ड के पास शासकीय जमीन है। अगर वह जमीन महाविद्यालय को मिल जाती है तो हजार बिस्तर के अस्पताल के पास में ही चिकित्सकों के आवास बन जाएंगे। इस पर सम्भागायुक्त ने निर्देश दिए कि चिकित्सकों एवं स्टाफ के लिये हाउसिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण हेतु भूमि आवंटन का प्रस्ताव निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार जिलाधीश को प्रस्तुत किया जाए। भूमि आवंटन के पश्चात हाउसिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण की डीपीआर भी तैयार की जाए।
महाविद्यालय स्तर पर नहीं कराए जाएं निर्माण कार्य-
महाविद्यालय स्तर पर कराए जा रहे निर्माण कार्यों को लेकर भी सम्भागायुक्त नाराज हुए। सम्भागायुक्त ने महाविद्यालय के अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि महाविद्यालय के निर्माण कार्य, रेस्टोरेशन कार्यों को निर्माण एजेंसी के माध्यम से शासन द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए किया जाए।
यह भी लिए निर्णय
- महाविद्यालय के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए शासन द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन कर विज्ञप्ति जारी की जाए।
- नियमित रूप से अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों एवं स्टाफ के विरूद्ध भी जांच कर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
- हजार बिस्तर अस्पताल के ईएनटी विभाग में स्थापित वर्टिगो लैब में जांच शुक्ल एक हजार रुपए निर्धारित किया गया।