कोरोना से मिलते जुलते वाले लक्षण वाले मरीजों की बढ़ी संख्या

कोरोना से मिलते जुलते वाले लक्षण वाले मरीजों की बढ़ी संख्या
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10 व 11 को मॉक ड्रिल कर देखी जाएंगी व्यवस्थाएं

ग्वालियर, न.सं.। जिले में इंफ्लुएंजा के बाद अब कोरेाना का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही ह और अधिक्तर मरीजों को कोरोना से मिलते जुलते लक्षण सामने आ रहे हैं। इसलिए चिकित्सक भी बुखार के साथ, गले में खराश, खांसी और सांस लेने में तकलीफ की समस्या से पीडि़त मरीजों की कोरोना की जांच भी करा रहे हंै। वहीं कोरोना के सम्भावित खतरे से निपटने के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में आवश्यक तैयारियों के साथ 10 और 11 अप्रैल को (चिन्हित कोविड डेडिकेटेड स्वास्थ्य सुविधाओं सहित) मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा ने बताया कि कोरोना के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की परिचालन तत्परता सुनिश्चित करना ही इस मॉकड्रिल का उद्देश्य है। इस मॉकड्रिल से अस्पतालों में बिस्तर क्षमता, आईसीयू, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन युक्त आइसोलेशन बेड और वेंटीलेटर सहित पलंग की नियत संख्या की उपलब्धता सुनिश्चित करना हैं। इसके अलावा आरटीपीसीआर और आरएटी किट की उपलब्धता, परीक्षण उपकरण और रिएजेन्ट की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जाएगा।

यह व्यवस्थाएं भी रखी जाएंगी दुरूस्त

मॉक ड्रिल के दौरान स्टेरॉयड, एनोक्सापारिन, रेमेडिसविर, टोसिलजुमेब और अन्य सहायक दवाएं आईवी तरल पदार्थ आदि, वेंटिलेटर (कार्यात्मक) पीपीई (पीपीई किट, एम-95 मास्क आदि) नेब्यूलाइजर, ऑक्सीमीटर आदि, मेडिकल ऑक्सीजन, ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लॉट, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, स्टोरेज टैंक मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम आदि की व्यवस्था को दुरुस्त रखना शामिल है।

निर्देश के बाद भी नहीं बढ़ रही जांच संख्या

कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले मरीजों में यदि कोरोना के के संदिग्ध लक्षण दिखाई दें तो उसकी फौरन जांच कराएं। अस्पतालों में रैंडम आधार पर भी कोरोना की जांच के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय की बायरोलॉजी लैब में 50 से 60 के बीच ही जांच नमूने नहीं पहुंच रहे हैं। इतना ही नहीं गत दिवस अवकाश होने के चलते मंगलवार को महज 15 संदिग्ध मरीजों की जांचे की गई। जबकि कोरोना की रोकथाम के लिए जांच संख्या बढ़ाना आवश्यक है।

स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां

कोविड से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां कर रखी है। जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर जिला अस्पताल तक आक्सीजन प्लांट लग चुके हैं। इसमें जयारोग्य अस्पताल-3450एलपीएम के 5 आक्सीजन प्लांट लगे हुए हैं।इसी तरह जिला अस्पताल मुरार में 200 एलपीएम, सिविल अस्पताल हजीरा में 500 एलपीएम, मोहना स्वास्थ्य केन्द्र में 200 एलपीएम, हस्तिनापुर स्वास्थ्य केन्द्र में 200एलपीएम का आक्सीजन प्लांट लगा हुआ है।

स्वास्थ्य आयुक्त के दौरे को लेकर अस्पताल में अलर्ट

इधर स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े एवं निदेशक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी दो दिवसीय 5 व 6 अप्रैल को प्रवास पर ग्वालियर आ रहे हैं। प्रवास के दौरान वरिष्ठ अधिकारी स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों की व्यवस्थाओं को देखेंगे। वहीं अधिकारियों के दौरे को देखते हुए जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। अस्पताल के चिकित्सकों व स्टाफ को निर्देश दिए गए हैं कि अस्पताल में सभी रिकॉर्ड, दवाएं, साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाएं बेहतर रखी गए। साथ यह भी कहा गया है कि दो दिन अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसका विशेष ख्याल रखा जाए और चिकित्सक समय पर मौजूद रहें।

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