27 घंटे के नवजात ने हारी कोरोना से जंग, प्रदेश में कम उम्र के पहले नवजात की मौत
ग्वालियर, न.सं.। कोरोना वायरस बिकराल रूप लेता जा रहा है। इसकी चपेट में बड़े-बुजुर्गों के साथ ही नवजात भी आ रहे हैं और उनकी मौत भी हो रही है। सेामवार-मंगलवार की बीती रात को जयारोग्य चिकित्सालय के सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती 27 घंटे का नवजात कोरोना से लड़ते हुए जंग हार गया और उसकी मौत हो गई। नवजात की मां कोरोना से संक्रमित थी इसलिए जन्म के समय नवजात को भी संक्रमण हो गया। चिकित्सकों की मानें तो यह प्रदेश का पहला मामला है। इससे पहले कई नवजातों को संक्रमण ने चपेट में लिया है लेकिन इतने कम उम्र के किसी भी नवजात की मौत नहीं हुई है।
नारायण वाटिका मुरार निवासी 26 वर्षीय संक्रमित महिला सोनू को प्रसव के लिए सुपर स्पेशलिटी में 17 सितम्बर की शाम करीब 7.30 बजे भर्ती किया गया था। जहां सोनू ने रविवार की रात करीब 8.30 बजे ऑपरेशन से एक बेटे को जन्म दिया। बच्चे को निमोनिया होने के साथ ही सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इसलिए बच्चे को कमलाराजा अस्पताल के आईसोलेशन में रखा गया। जहां से उसी दिन रविवार को कोरोना की जांच के लिए नमूना भी भेजा गया। सोमवार को रिपोर्ट में नवजात के संक्रमित आने पर उसे दोबारा शाम को सुपर स्पेशलिटी में शिफ्ट किया गया। जहां नवजात ने सोमवार-मंगलवार की रात को दम तोड़ दिया। चिकित्सकों का कहना है कि बच्चे को बचाने का प्रयास किया गया। लेकिन कोरोना के साथ ही बच्चे को निमोनिया भी था इसलिए उसे बचा नहीं सके। परिजनों ने बच्चे की मां को मौत के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है। वहीं उक्त नवजात के अलावा पूर्व विधायक के भाई सहित 10 अन्य ने भी कोरोना संक्रमण से दत तोड़ दिया।