महिला दिवस : किरण बेदी से मिली प्रेरणा, बचपन में ठाना बनना है आईपीएस
वेबडेस्क। आज का दिन विश्व भर की महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली महिलाओं ने समाज में सफलता के नए प्रतिमान गढ़े हैं। यह बदलाव समाज में नीचे से ऊपर तक देखा जा रहा है। आज के विशेष अवसर पर हमने मप्र से संबद्ध ऐसी ही सफल महिलाओं की कहानियां आप तक पहुंचाने का प्रयास किया है। कहा जाता है नारी नारायणी का रूप है अगर वह मन में संकल्प धारण कर समर्पित हो तो इस समाज में उसे वह सब कुछ प्राप्त हो सकता है जो वह मन में ठान ले। ऐसी ही संदेश पद जीवन की स्वामिनी कुछ नारायणीओं से सजा है आज का यह अंक।शिक्षा,चिकित्सा, प्रशासन,पुलिस,खेल,कृषि से लेकर प्रकृति संरक्षण तक हर क्षेत्र में अंचल की मातृ शक्ति ने अपने बुलंद इरादों से सफलता का आसमान छुआ है।
किरण बेदी से मिली प्रेरणा -
मूलत: जालंधर पंजाब की रहने वाली इंदौर पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र की पुलिस अधीक्षक हितिका वासल वर्ष 2017 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। आईपीएस बनने के पीछे की कहानी बताते हुए उन्होंने कहा कि मात्र आठ वर्ष की आयु में माता पिता ने हिमाचल प्रदेश के आवासीय विद्यालय में शिक्षा के लिए भेज दिया था।
कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है, बस यही सोचकर पढ़ाई में जुट गई। बारहवी की पढ़ाई करने के बाद जो लक्ष्य था उसे पूरा करने के लिए दिनरात पढ़ाई की। महाविद्यालय में पढ़ाई के दौरान क्लासमेट किरण बेदी की बुआ की बेटी मेरे साथ रहती थी। किरण बेदी से भी प्रेरणा लेकर पुलिस की नौकरी करने का मन बनाया। वह दिन वर्ष 2017 में आया जब मैं राजस्थान कैडर से आईपीएस बनी। अभी तक राजस्थान सवाई माधौपुर, उदयपुर के अलावा मध्यप्रदेश में सतना इंदौर व ग्वालियर में एएसपी पद का निर्वहन किया।