कोतवाल बांध में बनेगा इंटक वेल, मोतीझील तक आएगा पानी
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ग्वालियर,न.सं.। चंबल प्रोजेक्ट, कोतवाल बांध,अपर ककैटो-ककैटो-पहसारी जलाशय और तिघरा से ग्वालियर शहर को अगले 28 वर्षों तक हर साल लगभग 464 एमएलडी पानी की निर्वाध आपूर्ति का प्राविधान किया गया है। लगभग 1100 करोड़ रूपये की लागत से यह पेयजल आपूर्ति योजना मूर्तरूप लेगी। शायद यही कारण है कि गुरूवार को शहर की पेयजल आपर्ति को पूरा करने के लिए निगमायुक्त किशोर कान्याल ने पीएचई व जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ कोतवाल बांध का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने कोतवाल बांध से 60 एमएलडी पानी लिए जाने के स्थान को देखा। साथ ही दो स्थानों का चयन इंटक वेल बनाने के लिए किया। इसके बनने से बांध से पानी मोतीझील तक लाया जा सकेगा। श्री कान्याल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोतवाल डेम से मोतीझील तक लाए जाने वाले पानी की डीपीआर शीघ्र बनाकर प्रदेश सरकार को भिजवाएं। जिससे आगे की कार्यवाही शीघ्र की जा सके। साथ ही उन्होंने मुरैना जिले के कुंडलपुर डेम, गोठिया पूरा और देवरी की साइडों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुरैना जिले के अधिकारी भी शामिल थे। वर्तमान में हर साल कम से कम 192 एमएलडी पानी की उपलब्धता रहती है।
आज मुख्य अभियंता के साथ होगी बैठक
गुरूवार को हुए निरीक्षण में यह सामने आया कि इंटक वेल बनाने के लिए जलसंसाधन विभाग की स्वीकृति लेना होगी। लेकिन मुख्य अभियंता आरपी झा के अवकाश पर रहने के कारण अब शुक्रवार को निगमायुक्त एक बैठक कर चर्चा करेंगे। निरीक्षण के दौरान अधीक्षण यंत्री पीएचई आरएलएस मौर्य, कार्यपालन यंत्री आरके शुक्ला, कार्यपालन यंत्री जागेश श्रीवास्तव, जल संसाधन विभाग के एसडीओ, मौजूद थे।