इंटरनेशनल टाइगर डेः बाघों ने बढ़ाया कुनबा, मध्यप्रदेश 785 बाघों की संख्या से बना रहा टाइगर स्टेट
ग्वालियर। विश्व में अंतराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जा रहा है। 2022 में बाघों की गणना की रिपोर्ट जारी की गई है। भारत के लिए और भी खास दिन हो जाता है क्योंकि बाघ न सिर्फ भारत का राष्ट्रीय पशु है बल्कि दुनिया के 70 प्रतिशत से अधिक बाघ भारत में ही पाए जाते हैं। वर्तमान में भारत में 53 टाइगर रिजर्व मौजूद हैं। जिनमें से मध्यप्रदेश राज्य में 6 टाइगर रिजर्व है। बाघों की सर्वाधिक आबादी मध्यप्रदेश में 785 पाई जाती है इसलिए इसे टाइगर स्टेट का दर्जा भी दिया जा चुका है। साथ ही टाइगर की आबादी में दूसरे स्थान पर कर्नाटक जहां 563 बाघ हैं। तीसरे नंबर पर उत्तराखंड हैं जहां 560 बाघ हैं। चौथे स्थान पर महाराष्ट्र है जहां 444 टाइगर हैं।
मप्र में 259 बाघ बढ़े-
पिछली बार की गणना वर्ष 2018 में हुई थी, तब प्रदेश में 526 बाघ थे। जबकि वर्ष 2022 की गणना में प्रदेश में 785 बाघों की मौजूदगी दर्ज की है। इस हिसाब से चार सालों में प्रदेश में 259 बाघ बढ़ गए है।
मप्र का बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व अव्वल-
मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की सर्वाधिक बाघों की गणना की गई है। बाघ गणना के जारी आंकडों के अनुसार बांधवगढ़ 165 बाघों के साथ अव्वल रहा है। 2018 की गणना में भी बांधवगढ़ बाघों की ग्रोथ रेट में अव्वल रहा था।
मुख्यमंत्री ने दी जनता को बधाई-
प्रदेश के दूसरी बार टाइगर स्टेट बनने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिहं चौहान ने ट्वीट करके प्रदेश की जनता को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि अत्यंत हर्ष की बात है कि हमारे प्रदेशवासियों के सहयोग और वन विभाग के अथक प्रयासों के फलस्वरूप, चार वर्षों में हमारे प्रदेश में जंगल के राजा बाघों की संख्या, 526 से बढ़कर 785 हो गई है। मैं पूरे प्रदेश की जनता को वन एवं वन्यप्राणियों के संरक्षण में उनके सहयोग के लिए हृदय से धन्यवाद और बधाई देता हूं। आइये हम सब मिलकर अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर भावी पीढ़ियों के लिए प्रकृति संरक्षण का पुनःसंकल्प लें।