श्योपुर : 2 दिनों से मस्जिद में छुपे बैठे थे बांग्लादेशी, पश्चिम बंगाल और आन्ध्रप्रदेश के 22 जमाती
ग्वालियर/ श्योपुर। जमात करने आये बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश से आए 22 लोग श्योपुर शहर की दो मस्जिदों में विगत 32 दिनों से ठहरे हुए हैं। खास बात तो यह है कि देश में लॉकडाउन होने के बाद भी मस्जिदों में छुपे इन जमातियों की सूचना मस्जिद प्रबंधन द्वारा पुलिस को नहीं दी गई, जो उनके संदेहस्प्रद होने की ओर इशारा करती प्रतीत हो रही है। बुधवार को कोतवाली पुलिस की दबिश के बाद शहर की बगवाज और बालापुरा मस्जिद से 22 जमातियों को निकाला गया है। जिनमें 11 महिलाऐं व 11 पुरूष शामिल हैं। पुलिस की निगरानी में फिलहाल आवासीय विद्यालय ढेंगदा में उन्हें रोका गया है। सभी जमाती अपनी बेगमों के साथ जमात करने आए हैं। पुलिस और प्रशासन द्वारा सभी स्क्रीनिंग कराए जाने के साथ ही जांच-पड़ताल की जा रही है।
मालूम हो कि, दिल्ली में जमात के दौरान कॉरोना से संक्रमित मिले जमातियों की सूचना के बाद देशभर में अलर्ट जारी हो गया है। इसी के चलते श्योपुर शहर में प्रशासन द्वारा मस्जिदों को पतड़ाल की जा रही है। बुधवार को प्रशासन को सूचना मिली कि बगवाज और बालापुरा मजिस्द में कुछ जमाती लंबे समय से ठहरे हुए हैं। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने बगवाज मस्जिद से 12 महिला-पुरूष व बालापुरा से 10 महिला-पुरूष जमातियों को हिरासत में लिया गया है। आन्ध्रप्रदेश से जमात के साथ आए जमात जमात प्रमुख केएस घन्नू ने बताया कि वे इस्लाम धर्म का प्रचार व तबिलस करने गत 29 फरवरी 2020 को श्योपुर आए थे, तभी से वे मस्जिदों में ठहरे हुए हैं।
प्रशासन को नहीं थी जानकारी -
विगत 32 दिनों से विदेशी लोग अवैध रूप से बिना किसी अनुमति के शहर की मस्जिद में रूके हुए है, इस बात की भनक तक प्रशासन को लगी जो, प्रशासनिक व्यवस्थाओं की पोल खोलती नजर आ रही है। दिल्ली की मस्जिद के खुलासे के बाद प्रशासन चेता है, यदि दिल्ली मस्दिज के खुलासा नहीं होता हो यह लोग न जाने कितने दिनों तक अवैध रूप से मस्जिदों में ही छुपे रहते।
मस्जिदों के मौलवियों ने पुलिस को क्यों नहीं दी सूचना?
विगत 32 दिन पूर्व शहर में जमात करने आए बांग्लादेश, पश्चमी बंगाल और आन्द्रप्रदेश से आए 22 महिला-पुरूषों को मस्जिदों में बिना किसी अनुमति के ठहराया गया। देश में लॉकडाउन होने के बाद भी आखिर मस्जिद के मौलवियों द्वारा इसकी सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी गई? कॉलडाउन की सूचना मिलने के बाद भी उन्हें वापस क्येां नहीं भेजा।
दो हिस्सों में आए थे जमाती-
जमात करने आए लोगों ने बताया कि वे अलग-अलग हिस्सों में श्योपुर आए थे। जिनमें 10 लोगों का जस्था गत 29 फरवरी को श्योपुर आया था। जिसमें आन्द्रप्रदेश के गुन्टूर जिले के मेडीकुन्डूर इलाके के निवासी है। वहीं दूसरा दल गत 04 मार्च को श्योपुर आया था, जिसमें एक जोड़ा कलकत्ता पश्चिम बंगाल सहित बाग्लादेश डाका शहर के मीरपुर के 12 लोग शामिल हैं।
नाम स्थान -
नोसादली कलकत्ता, पश्चिम बंगाल,
निलोफर पत्नी नोसाद कलकत्ता, पश्चिम बंगाल
शगीर अहमद मीरपुर, ढाका शहर बांग्लादेश
रूकसाना बेगम पत्नी शगीर अहमद मीरपुर, ढाका शहर बांग्लादेश
मोहम्मद मासुदुस्स मीरपुर, ढाका शहर बांग्लादेश
तहमीना अख्तर पत्नी मोहम्मद मासुदुस्स मीरपुर, ढाका शहर बांग्लादेश
मोहम्मद नुरूल इस्लाम मीरपुर, ढाका शहर बांग्लादेश
रोशनहारा पत्नी मोहम्मद नुरूल इस्लाम मीरपुर, ढाका शहर बांग्लादेश
नजुरल इस्लाम मीरपुर, ढाका शहर बांग्लादेश
अखलीमा खानम पत्नी मीरपुर, ढाका शहर बांग्लादेश
अनीसुर रहमान जजीरा, सरीयतपुर बांग्लादेश
जबेदा आतुल पत्नी अनीसुर रहमान जजीरा, सरीयतपुर बांग्लादेश
केएस घुन्नू सयदा मेडीकुन्डूर जिला गुन्टूर आन्ध्रप्रदेश
शेख कौसेर बेगम पत्नी केएस घुन्नू सयदा मेडीकुन्डूर जिला गुन्टूर आन्ध्रप्रदेश
एसबी अब्दुल कादिर मेडीकुन्डूर जिला गुन्टूर आन्ध्रप्रदेश
शेख बी रमीजू पत्नी एसबी अब्दुल कादिर मेडीकुन्डूर जिला गुन्टूर आन्ध्रप्रदेश
शेख मुस्तफा मेडीकुन्डूर जिला गुन्टूर आन्ध्रप्रदेश
शेख कारीमुन्नीसा पत्नी शेख मुस्तफा मेडीकुन्डूर जिला गुन्टूर आन्ध्रप्रदेश
शेख चिनाजान मेडीकुन्डूर जिला गुन्टूर आन्ध्रप्रदेश
शेख मुस्तानबी पत्नी शेख चिनाजान मेडीकुन्डूर जिला गुन्टूर आन्ध्रप्रदेश
चावापाती हसन मेडीकुन्डूर जिला गुन्टूर आन्ध्रप्रदेश
सीएच साजिदा बेगम पत्नी चावापाती हसन मेडीकुन्डूर जिला गुन्टूर आन्ध्रप्रदेश
हम लोग इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार करने व तबलिस करने 29 फरवरी को श्योपुर आए थे। लॉकडाउन की वजह से हम यहां फंस गए।
केएस घुन्नू सयदा
जमात प्रमुख
मेडीकुन्डूर, आन्ध्रप्रदेश
- हम लोग 4 मार्च को जमात में श्योपुर आए थे। जिसमें बांग्लादेश के जमाती शामिल हैं। हमने हमारे दस्तावेज श्योपुर आने के बाद प्रशासन को उपलब्ध करवा दिये थे।
नोसादली
जमात प्रमुख
कलकत्ता, पश्चिम बंगाल
- मस्जिद के मौलवियों द्वारा पुलिस को कोई सूचना नहीं दी थी। आज कलेक्टर मैडम और एसपी साहब के निर्देशन में हमने मस्जिदों की जांच-पड़ताल थी। जिसमें 22 लोग हमें मिले हैं। फिलहाल उन्हें क्वोरोंटाइन के लिए आवासीय विद्यालय ढेंगदा में रखा गया है।
यश बिजौलिया
टीआई कोतवाली, श्योपुर
- हमें सूचना मिली थी कि मस्जिदों में कुछ जमात करने आए लोग ठहरे हुए हैं। सभी को क्वारोंटाइन के लिए आवासीय विद्यालय ढेंगदा में भेज दिये गए हैं। सभी लोग स्वस्थ्य हैं।
सम्पत उपाध्याय
पुलिस अधीक्षक, श्योपुर