जयारोग्य की पार्किंग व्यवस्था चौपट, जगह-जगह अव्यवस्थित खड़े हो रहे वाहन

जयारोग्य की पार्किंग व्यवस्था चौपट, जगह-जगह अव्यवस्थित खड़े हो रहे वाहन
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अस्पताल प्रबंधन पार्किंग व्यवस्थित करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा।

ग्वालियर, न.सं.। अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य चिकित्सालय समूह में पार्किंग के नाम पर जहां मरीजों व उनके परिजनों से अवैध वसूली थमने का नाम नहीं ले रही है। वहीं जयारोग्य व हजार बिस्तर अस्पताल की पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ी हुई है। उसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन पार्किंग व्यवस्थित करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा।

दरअसल अस्पताल की पार्किंग व्यवस्था बेहतर हो। इसका ठेका कुलदीप सिंह राजावत को दिया गया है। लेकिन पार्किंग के नाम पर सिर्फ वसूली ही की जा रही है। जयारोग्य व हजार बिस्तर अस्पताल के दोनों परिसरों में सुबह ओपीडी के समय जगह-जगह अव्यवस्थित रूप से वाहन खड़े रहते हैं। अस्पताल के मुख्य द्वार पर खड़े पार्किंग कर्मचारी जब वाहन प्रवेश करता है तो उससे शुल्क तो वसूल कर लेते हैं। लेकिन वाहन कौन कहां खड़ा कर रहा है, इस पर कोई ध्यान नहीं देता। ऐसे में कार्डियोलाजी, कैंसर, टीबी अस्पताल, न्यूरोलाजी, ट्रामा सेंटर के गेट पर लोग अपने वाहन खड़े करत देते हैं। जबकि अस्पताल प्रबंधन द्वारा पूर्व में वाहन खड़े करने के लिए स्थान चिंहित भी किए थे। लेकिन पार्किंग कर्मचारियों को सिर्फ शुल्क वसूलने से मतलब है, वाहन कहां खड़े हो रहे हैं। इससे उनका कोई वास्ता नहीं है। इतना ही नहीं ट्रॉमा सेन्टर के सामने तो कई बार मोटर साइकिले खड़ी होने के कारण एम्बुलेंस भी ट्रॉमा के द्वार तक नहीं पहुंच पाती।

हजार बिस्तर में भी यही स्थिति

जयारोग्य के हजार बिस्तर की बात करें तो यहां भी स्थिति जस की तस बनी हुई हैं। यहां भी पार्किंग कर्मचारी मुंह पर कपड़ा बंाध कर खड़े रहते हैं। जबकि पूरे परिसर में सुबह ओपीडी के समय जगह-जगह अव्यवस्थित रूप से वाहन खड़े रहते हैं।

बूम बेरियर भी नहीं किए स्थापित

पार्किंग ठेके के नियम अनुसार ठेकेदार को आरएफआईडी सिस्टम के साथ ही बूम बेरियर भी अस्पताल के द्वार पर लगाने थे। लेकिन ठेकेदार ने माधव डिस्पेंसरी और माढंरे वाली माता की वाले अस्पताल के प्रवेश द्वारा बूम बेरियर लगाया। लेकिन वह भी कई दिनों से बंद पड़े हैं। हजार बिस्तर अस्पताल में अब तक बूम बेरियर नहीं लगे हैं। क्योंकि, इसमें अधिक खर्चा आता है। इतना ही नहीं आरएफआईडी सिस्टम भी पूरी तरह से ठप्प पड़ा हुआ है।

चिकित्सकों को भी होती है परेशान

अस्पताल के दोनों परिसरों की बिगड़ी पार्किंग व्यवस्था से अस्पताल के चिकित्सक से लेकर अन्य स्टाफ भी परेशान हैं। जगह-जगह वाहन खड़े होने के कारण चिकित्सकों को भी अपने वाहन खड़े करने के लिए कई बार परेशान होना पड़ता है।

अधीक्षक की चेतावनी का भी नहीं पड़ा असर

जयारोग्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरकेएस धाकड़ ने गत दिवस पार्किंग ठेकेदार कुलदीप सिंह राजावत को नोटिस जारी किया था। नोटिस के माध्यम से चेतावनी दी थी कि पार्किंग व्यवस्था में सुधार किया जाए। यदि सुधार नहीं होता तो ठेका समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी। लेकिन ठेकेदार को अधीक्षक की चेतावनी का भी कोई असर नहीं हुआ और स्थिति जस की तस बनी हुई है।

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