जीवाजी यूनिवर्सिटी रद्द करेंगी चार कॉलेजों की मान्यता, चेक कीजिए लिस्ट
ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में गुरूवार को कुलपति प्रो.अविनाश तिवारी की अध्यक्षता में स्थाई समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सबसे पहले लिंग परिवर्तन का प्रकरण सामने आया, इसमें मोनिका राजौरिया के स्थान पर राजवीर राजौरिया की अंकसूचियों में नाम परिवर्तन किए जाने का आग्रह किया है। इस पर सभी सदस्यों ने सहमति देते हुए कि लिंग परिवर्तन कराने वाले का पिछली मार्कशीटों में नाम परिर्वतन नहीं किया जा सकता है इसलिए आगेे से जो भी डिग्री होगी उसमें वह अपना परिर्वतन करा सकते हैं। वहीं फर्जी मार्कशीट व अन्य कार्यों में फर्जीवाडा करने की शिकायत आने पर कराई गई जांच में सही पाए जाने पर संचालित हो रहे श्योपुर के कराहल एजुकेशन कॉलेज, भिण्ड के मेहगांव स्थित जरपुरा के आइडियल कॉलेज, दतिया का राधाकृष्ण कॉलेज व दतिया के श्री रामराजा शिक्षा महाविद्यालय की लीगल रिपोर्ट रखी गई। सभी सदस्यों ने रिपोर्ट के आधार व शासन के आदेश पर चारों महाविद्यालय की मान्यता समाप्त करने पर सहमति दी। बैठक में कुलपति प्रो अविनाश तिवारी, कुलसचिव, उपकुलसचिव, स्थाई समिति के सदस्य प्रो. एसके सिंह, प्रो.योगेश उपाध्याय, प्रो.एके सिंह, प्रो.आईके पात्रो, प्रो.विवेक वापट सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
- - बीव्हीएम कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट ऐज्युकेशन, दर्पण कॉलोनी ने प्रबंध पाठ्क्रम के लिए शोध केंद्र बनाने की मांग की थी। इस पर फैसला लिया गया कि नई समिति निरीक्षण करेगी और उसकी रिपोर्ट के आधार ही विचार किया जाएगा।
- - बीसीए के छात्र कैशलेन्द्र सिंह का प्रकरण परीक्षा समिति की ओर भेजा।
- - स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए पेपर्स सेटर्स के रूप में विवि के सेवारत अतिथि शिक्षकों को नामित किए जाने का प्रस्ताव रखा गया था। जिसे समिति सदस्यों ने स्थगित कर दिया।
- - पीएचडी शोधार्थी छात्र भूपेन्द्र कुशवाह ने शोध प्रबंध जमा कराए जाने की अनुमति मांगी थी। इस प्रकरण को समिति के सदस्यों ने आरएसी की ओर भेज दिया है।
- - जेयू में आने वाले विशिष्ट अभ्यागत विद्वानों को 5 हजार रूपए प्रति घंटे की दर से देने पर सहमति बनी।
- - पीएचडी शोधार्थी लीन दीक्षित ने संशोधित रूपरेखा जमा करने की अनमति मांगी थी। जिसे बैठक में सभी सदस्यों ने एक राय से अमान्य कर दिया।
- -जीवाजी विवि का स्कूल ऑफ स्टडीज इन मैनेजमेंट द्वारा एमबीए में दोहरी विशेषज्ञता दिए जाने के कोर्स शुरू करने का मामला रखा गया था। जिसे सदस्यों ने प्लानिंग एबुलेशन बोर्ड की ओर भेजा जाए।
- - पीएचडी शोधार्थी छात्र थान सिंह मावई ने फीस माफ करने एवं शोध प्रबंध जमा करने के लिए आग्रह किया था। छात्र के इस प्रस्ताव को समिति ने अमान्य कर दिया।