ग्वालियर : खाते में पैसे आते ही खिले ग्वालियर की लाडली बहनों के चेहरे, कैलाशी ने बच्चों को भरपेट खिलाएं आम

ग्वालियर :  खाते में पैसे आते ही खिले ग्वालियर की लाडली बहनों के चेहरे, कैलाशी ने बच्चों को भरपेट खिलाएं आम
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ग्वालियर,न.सं.। बात कोई महीने भर पहले की रही होगी। सत्यनारायण की टेकरी की पिछड़ी बस्ती में रहने वाली कैलाशी कुशवाह घर के बाहर ही चबूतरे पर अपने बच्चों को बुरी तरह डांट रही थी, कह रही थी कहां से ल्याऊं आम..। मोपे नाने पइसा-फइसा। अपने पापा ते कहो, बेई ल्यावेंगे आम। मोपे का पइसा बन रए ऐं। हटो बितें। इतना कहते हुए उसने अपने बच्चों को वहीं छोड़ दिया और खुद घर के अंदर चली गई। बेचारे बच्चे फल वाले को ठेला धकेलकर ले जाते देखते रह गए। उधर कैलाशी भी दुखी थी। सोच रही थी कि काश उसके पास कुछ पैसे होतेतो बच्चों के लिए पाव भर आम ले देती। उसके चेहरे पर बच्चों की इच्छा पूरी न कर पाने का दर्द साफ साफ झलक रहा था। लेकिन इसी महीने की 11 तारीख को हालत एकदम उलट थे। कैलाशी ने पूरे एक किलो दशहरी आम खरीदे और अपने बच्चों को जीभर के आम खिलाए और तो और शाम को पतिदेव जब काम से लौटे तो खाने के साथ उन्हें भी आम दिया। दरअसल यह बदलाव आया लाडली बहना योजना से। कैलाशी ने लाडली बहना योजना का लाभ लेने के लिए फार्म भरा था। 10 जून को उसके खाते में जैसे ही एक हजार रूपए आए, उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। 12 जून को वह बैंक गई और 500 रूपए निकाल भी लाई। उन्हीं पैसों से उसने एक किलो आम और कुछ सब्जियां खरीद ली। आम मिलने बच्चे खासे खुश थे और बच्चों को खुश देखकर कैलाशी के चेहरे पर भी संतुष्टि के भाव थे। कैलाशी ही नहीं बिरलानगर की मनीषा, कछौआ की संध्या और न जाने कितनी ही महिलाएं लाडली बहना के एक हजार रूपए पाकर खुश है। वे सब शिवराज सिंह को दुआएं देते नहीं थक रहीं। कहने को एक हजार की यह रकम बहुत छोटी है, पर इससे इन महिलाओं की तमाम छोटी-छोटी जरूरतें पूरी होने का रास्ता खुल गया है। स्वदेश ने ऐसी कई महिलाओं से बात की। देखे उनके मनोगत।

हम शिवराज भैया को दिल से आशीर्वाद देते है

मुख्यमंत्री शिवराज ने लाडली बहन को 12 हजार रूपए की राशि का जो उपहार दिया है उससे घर - आंगन में खुशियां का वातावरण बन गया हैं। हमारे भाई श्री शिवराज ने अपने भाई होने का फर्ज निभा दिया, हमारा तो कर्ज उतार दिया, हम भैया को आशीर्वाद देते हैं ऐसे ही खुश रहो, प्रदेश के लिए सदैव काम करते रहो, आपका नाम रोशन हो, दुनिया आपको हमारे भाई के रूप में पहचाने।

मनीषा चौधरी

बिरलानगर

हम धन्य है कि मध्यप्रदेश के निवासी है

मैं शिवराज भैया को धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने हमारे बारे में भी सोचा। हम धन्य है कि हम मध्यप्रदेश के निवासी हैं। शिवराज जी जैसा भाई हमारा मुख्यमंत्री हैं जो अपनी बहनों के बारे में इतना सोचता है। धन्यवाद भैया शिवराज जी। मेरे पति बाहर रहते है, कई बार पैसों के लिए परेशानी भी होती है। अब कम से कम समस्या खत्म हो जाएगी। अब 12 महीने में 12000 आएंगे तो कम से कम खर्च खर्च चलाने में आसानी होगी सगे भाई से बढक़र है शिवराज।

बहुत-बहुत धन्यवाद शिवराज भैया

मैं अपने मुख्यमंत्री भैया शिवराज सिंह को बहुत-बहुत धन्यवाद देती हूं, उन्होंने हमारे खाते में एक हजार रूपए की धनराशि भेजी है। तीन हजार रूपए करने की घोषणा भी हम बहनों के हित में कर दी है। अब हम आराम से अपना खर्चा चला सकेंगे। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत खाते में एक हजार रूपए आने से संध्या इतनी खुश हैं कि वे एक बार नहीं बार-बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिए जा रही हैं। वे कहती हैं कि अब मैं अपने घर का खर्चा चलाने के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई भी अच्छे से करा सकूंगी।

संध्या राजपूत

ग्राम कछौआ

शिवराज भैया जिन्होंने महिलाओं के बारे में इतना सोचा...

शिवराज सिंह चौहान भैया पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने महिलाओं के हित में इतना सोचा है। वे कहती हैं कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना शुरू कर उन्होंने महिलाओं की बड़ी मदद की है। इस योजना के तहत हमें एक हजार रूपए मिले हैं, साथ ही मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन्हें बढ़ाकर 3 हजार रूपए करने की बात कही है। इसके लिये हम उनके प्रति तहेदिल से धन्यवाद व्यक्त करते हैं।

पूजा जादौन

वार्ड-16 निवासी


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