ग्वालियर एयरपोर्ट का होगा विस्तार, आलू अनुसंधान केन्द्र की जमीन देने के लिए मिली एनओसी

ग्वालियर एयरपोर्ट का होगा विस्तार, आलू अनुसंधान केन्द्र की जमीन देने के लिए मिली एनओसी
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केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के ग्वालियर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए के प्रयास रंग लाए

ग्वालियर। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ग्वालियर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए जमीन उपलब्ध कराने के प्रयास गुरुवार को रंग ले आए। अब ग्वालियर में जल्द ही राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट का विस्तार होगा और भव्य टर्मिनल का निर्माण होगा। इसके लिए केंद्रीय कृषि मंत्रालय से संबंध आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) के द्वारा एयरपोर्ट विस्तार के लिए आलू अनुसंधान केंद्र ग्वालियर की 110 एकड़ जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया नागरिक उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार को आवंटित करने के लिए एनओसी जारी कर दी है।

गौरतलब है कि कि ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री बनने के बाद लगातार ग्वालियर के एयरपोर्ट विस्तार और यहां पर अधिक से अधिक हवाई सेवाओं को लेकर प्रयास जारी हैं इसी क्रम में पिछले दिनों ग्वालियर से विभिन्न शहरों के लिए नई हवाई जहाजों की सेवाएं शुरू हुई हैं। अब आलू अनुसंधान केंद्र ग्वालियर की 110 एकड़ जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया नागरिक उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार को आवंटित होने के बाद यहां पर एयरपोर्ट का विस्तार होगा और भव्य टर्मिनल निर्माण का रास्ता खुल गया है।

एनओसी के संबंध में ग्वालियर कलेक्टर को लिखा पत्र

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के हॉर्टिकल्चर साइंस डिवीजन द्वारा आलू अनुसंधान केन्द्र की यह जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी को आवंटित करने के लिए एनओसी जारी करने के संबंध में ग्वालियर कलेक्टर को पत्र लिखकर सूचित कर दिया है। भारतीय कृषि अनुसंधान द्वारा ग्वालियर कलेक्टर के लिए इस आशय का एनओसी लेटर जारी कर दिया गया है। पत्र के माध्यम से भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने ग्वालियर कलेक्टर से यह भी आग्रह किया है कि एयरपोर्ट के लिये दी जा रही आलू अनुसंधान केन्द्र की 110 एकड़ जमीन के एवज में इतनी ही जमीन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद को मुहैया कराई जाए, जिससे आलू अनुसंधान केन्द्र की गतिविधियां भी बेहतर ढंग से चल सकें।

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