शराब की दुकानों पर सुरा प्रेमियों की जेब पर डकैती
ग्वालियर,न.सं.। आबकारी विभाग और शराब सिंडीकेट की मिलीभगत से सुरा प्रेमियों को इन दिनों शराब की दुकानों पर एमआरपी से अधिक दाम चुका कर शराब खरीदना पड़ रही है। अधिक कीमत वसूलने को लेकर शराब की दुकानों पर सुरा प्रेमियों और शराब ठेकेदार के कारण झगड़े फसाद भी होने लगे हैं। यह हाल प्रदेश के अधिकांश शहरों में शराब की दुकानों पर चल रहा है आबकारी विभाग और शराब सिंडीकेट की मिलीभगत के कारण शराब ठेकेदार दुकानों पर शराब प्रिंट रेट से अधिक दामों पर बेच रहे हैं। इतना ही नहीं शराब की कई दुकानों पर तो रेट सूची तक नहीं लगी है जबकि नियमानुसार शराब की दुकानों पर रेट सूची चस्पा करना जरूरी है। हालत यह है शहर की अंग्रेजी शराब की दुकानों पर 210 में मिलने वाला क्वार्टर 300 में बेचा जा रहा है । शनिवार को जब पुष्पेंद्र भदौरिया नामक युवक शराब की दुकान पर शराब खरीदने गया तो उससे शराब दुकानदार ने जब अधिक कीमत वसूली तो विवाद हो गया। इस पर पुष्पेंद्र भदोरिया ने आबकारी विभाग और जिला प्रशासन से शराब की दुकानों पर एमआरपी से अधिक दामों पर शराब बेचने पर अंकुश लगाने की मांग की है।
ग्वालियर अंचल के अधिकांश शहरों में शराब की दुकानों पर देशी शराब का पौआ 75 की जगह 90 रुपये में खुले आम बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं शराब की दुकानों पर शराब खरीदने के बाद बिल भी नहीं दिया जा रहा है। जबकि आबकारी विभाग के नियमानुसार शराब खरीदने वाला अगर दुकानदार से बिल मांगता है तो उसे बिल देना होगा। लेकिन ठेकेदार खुलेआम आबकारी नियमों का उल्लंघन कर अपनी जेब भर रहे हैं।
सिंडीकेट पूरी तरह हावी
शराब सिंडीकेट पूरी तरह से हावी है और आबकारी विभाग की मिलीभगत से शराब सिंडीकेट खुलेआम शराब प्रेमियों को लूट रहा है। सिंडीकेट शराब प्रेमियों से मनमानी कीमत वसूल रही है। शहर में जो शराब की बोतल 1000 रूपये की मिल रही है, वहीं उत्तर प्रदेश में 600 या 700 में बिक रही है। जिसके चलते शराब तस्कर भी सक्रिय हो गए हैं और उत्तर प्रदेश से शराब लाकर मध्यप्रदेश में उसकी तस्करी की जा रही है। शराब की दुकानों पर भी इस तरह की शराब की सेल खुले आम हो रही है। लेकिन आाबकारी विभाग इस बारे में मौन साधे बैठा है।
फूलबाग पर जमकर रेट को लेकर हुआ विवाद
फूलबाग स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान पर आए दिन अधिक कीमत वसूलने को लेकर विवाद होता है। शनिवार को कुछ युवकों का शराब के दामों को लेकर विवाद हुआ। युवकों ने वीडियों बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल किए। शराब कारोबार से जुड़े पुराने ठेकेदारों की माने तो इस समय सिंडीकेट दुकानों पर शराब कीमनमानी कीमत वसूल कर मोटा मुनाफा कमा रहा है। साहलग और त्यौहारों के सीजन में तो देसी-विदेशी शराब की दुकानों पर मनमाने दामों पर शराब बेची जा रही है।
झांसी के दुकानदार पूछते है ग्वालियर से हो
झांसी में अंग्रेजी शराब की दुकानों पर जब कोई ग्वालियर का सुराप्रेमी 5 से 8 बोतल लेने जाता है, तो वहां के दुकानदार सीधे सुराप्रेमी से पूछते है, कि क्या आप ग्वालियर से आए हो। बता दे कि ग्वालियर के अधिकत्तर लोग झांसी व आगरा से शराब खरीदकर ला रहे है।
इनका कहना है
बाहर से शराब आने पर सूचना पर कर्रवाई की जाती है। मेरे पास एमआरपी से अधिक कीमत शराब बेचने की शिकायत आई है। हमने जांच के आदेश दिए है। जांच में अगर दुकान संचालक दोषी पाया जाता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संदीप शर्मा, सहायक आबकारी आयुक्त