ग्वालियर में फौजी को नशीला पदार्थ पिलाया, चेन मोटर साइकिल लेकर भागा
ग्वालियर। एक सेना के जवान को रेल यात्रा के दौरान युवक की मदद करना महंगा पड़ गया। युवक फौजी के घर पहुंचा और फिर उसके खाने में नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया। फौजी के बेसुध होने पर युवक गले से सोने की चेन, मोबाइल और मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गया। होश आने पर पीडि़त थाने पहुंचा और पुलिस को घटना के बारे में बताया। पुलिस ने फौजी को गुमराह कर एक पखबाड़े तक उसकी प्राथमिकी नहीं की।
गोला का मंदिर थाना क्षेत्र स्थित धर्मवीर नगर में रहने वाला देवेन्द्र सिंह पुत्र हिम्मतसिंह राजावत 31 वर्ष सेना में जवान है, और इस समय चंडीगढ़ में पदस्थ है। कुछ दिन पहले जवान अपनी बहन को गुजरात से लेकर घर लौट रहा था। रेल में यात्रा के दौरान एक युवक मिला जिसने अपना नाम सीता तोमर निवासी सिहौनियां मुरैना का बताया। युवक ने बताया कि जहां पर वह काम करता है उसके मालिक की मोटर साइकिल से एक्सीडेंट हो जाने के कारण उसने नौकरी से निकालने के बाद पैसे भी रख लिए हैं।
फॉजी को सीता तोमर पर दया आ गई और उसने उसे खाना खिलाने के बाद किराए के लिए रुपए भी दे दिए। दोनों में बातचीत के दौरान घर के पतों का आदान प्रदान हो गया था। 20 मार्च को देवेन्द्र राजावत घर पर थे तभी सीता तोमर आ गया। एक बार फिर सीता के सामने आने पर दोनों में बातचीत हुई। शाम को सीता को खाना खिलाने लिए देवेन्द्र छत पर ले गए। सीता तोमर ने योजना के मुातबिक फौजी से पानी मांगा जब वह पानी लेने गए तो मौका मिलते ही खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया। बाद में खाना खाने पर देवेन्द्र बेहोश हो गए। देवेन्द्र के बेहोश होने पर शातिर सीता तोमर ने गले से चेन खींच ली और जेब में रखा मोबाइल निकाल लिया। इसके बाद वह नीचे आया और फौजी की मोटर साइकिल लेकर फरार हो गया। सुबह पांच बजे के करीब फौजी को होश आया तो वह माजरा समझ गया कि उसके साथ युवक ने धोखाधड़ी कर दी है। पीडि़त थाने पहुंचा और पुलिस को आपबीती सुनाई। एक पखबाड़े के बाद पुलिस ने देवेन्द्र की शिकायत पर आरोपी युवक के खिलाफ धारा 379 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर उसकी तलाश तेज कर दी है।