गृहमंत्री का ग्वालियर दौरा : डैमेज ही नहीं तो कंट्रोल कैसा - डॉ. नरोत्तम मिश्रा
ग्वालियर/विशेष प्रतिनिधि। प्रदेश के गृह मंत्री बनने के बाद पहली बार ग्वालियर आए डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने चार पूर्व मंत्रियों के निवास पर जाकर सौजन्य भेंट की। इस मुलाकात को कहीं न कहीं आने वाले विधानसभा उपचुनाव से जोडक़र देखा जा रहा है। क्योंकि संगठन चाहता है कि सभी वरिष्ठ नेता पूरी सक्रियता के साथ मैदान में आकर कांग्रेस पार्टी से मुकाबला करें। ढाई घंटे तक शहर में चार बड़े भाजपा नेताओं से की गई मुलाकात के कारण राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। यद्यपि जब पत्रकारों ने डॉ. मिश्रा से यह सवाल पूछे कि क्या आने वाले उपचुनाव को लेकर डैमेज कंट्रोल की कोशिश के लिए यह मुलाकात है ? इसके जवाब में श्री मिश्रा ने कहा कि जब कोई डैमेज ही नहीं है, तो कंट्रोल काहे का।
जानकारी के मुताबिक डॉ. मिश्रा आज सुबह से ही ग्वालियर चंबल अंचल के व्यस्ततम दौरे पर रहे। रविवार की सुबह सर्वप्रथम वह भांडेर फिर दतिया और डबरा पहुंचे। इसके बाद रात 8.15 बजे वे ग्वालियर आए और कैंसर पहाड़ी स्थित सिम्स अस्पताल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के पिताजी के स्वास्थ्य की जानकारी ली। रात ठीक 8.25 बजे वह पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद अनूप मिश्रा के सिंधी कॉलोनी स्थित निवास पहुंचे। रास्ते में भाजपा नेता उनके स्वागत के लिए खड़े दिखाई दिए। वहीं श्री मिश्रा के निवास पर भी कार्यकर्ता मौजूद थे। गृहमंत्री डॉ. मिश्रा ने अनूप मिश्रा के ऊपरी मंजिल के कक्ष में लगभग 25 मिनट एकांत में चर्चा की। इस दौरान नीचे खड़े कार्यकर्ता एवं मीडिया कर्मियों में खुसर पुसर होती रही। इसके बाद दोनों नेता जैसे ही बाहर आए तो पत्रकारों ने सवाल पूछना शुरू कर दिए। डॉ मिश्रा ने कहा कि अनूप मिश्रा मेरे बड़े भाई हैं, मैं यहां उनसे आशीर्वाद लेने आया हूं। जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी डैमेज कंट्रोल किया जा रहा है? इसपर उन्होंने कहा कि डेमेज जैसी कोई बात नहीं है। वहीं श्री मिश्रा को जौरा से टिकट के सवाल पर उन्होंने कहा कि यहां उनसे कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। इसके बाद डॉ मिश्रा, पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा के हरकोटा सीर स्थित निवास गए। यहां पांच मिनट चर्चा के बाद वे पूर्व मंत्री श्रीमती माया सिंह के रानीमहल स्थित निवास पहुंचे। यहां पूर्व मंत्री ध्यानेन्द्र सिंह एवं उनके सुपुत्र पीतांबर प्रताप सिंह भी मौजूद रहे। 15 मिनट एकांत में चर्चा के बाद गृह मंत्री का काफिला पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद जयभान सिंह पवैया के गोला का मंदिर, भगत सिंह कॉलोनी स्थित निवास जा पहुंचा। यहां श्री पवैया ने डॉ मिश्रा का शॉल, श्रीफल एवं बुके भेंट कर स्वागत किया। श्री पवैया के साथ अंदर कक्ष में लगभग 15-20 मिनट चर्चा की।
इस तरह प्रदेश के गृहमंत्री का वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात का यह सिलसिला रात 11.15 बजे जाकर पूर्ण हुआ। माना जा रहा है कि भाजपा विधानसभा उपचुनाव को किसी भी तरह हल्के में नहीं लेना चाहती। यही कारण है कि इसके पहले जब भी डॉ मिश्रा ग्वालियर आते थे, तब वे भोपाल एक्सप्रेस से भोपाल निकल जाया करते थे। किंतु लंबे समय बाद वे ग्वालियर में न सिर्फ सक्रिय दिखे, बल्कि चार वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात से स्पष्ट है कि सत्ता और संगठन वरिष्ठ नेताओं का पूरे मान-सम्मान से उपचुनाव में उपयोग करना चाहता है, ताकि यह सक्रिय होंगे तो कार्यकर्ताओं का हुजूम भी इन नेताओं के साथ दिखाई देगा। जिससे कांग्रेस से मुकाबला करने में कोई कठिनाई सामने नहीं आएगी। यहां बता दें कि ग्वालियर विधानसभा में उप चुनाव होना है, यहां से जयभान सिंह पवैया चुनाव हारे थे किन्तु कुछ समय से वह पार्टी में सक्रिय नहीं है। इसी तरह माया सिंह भी ग्वालियर पूर्व से पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद से ही पार्टी में उपेक्षा का भाव महसूस कर रहीं हैं और इस विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होना है। जहां तक अनूप मिश्रा की बात है तो वह जौरा एवं ग्वालियर पूर्व से दावेदार माने जा रहे हैं, वहीं मंत्री नारायण सिंह भी पार्टी से दूरी बनाते हुए दिख रहे हैं। इसी लिए मुख्यमंत्री और प्रदेश संगठन ने डॉ. मिश्रा को इन चारों नेताओं के साथ तालमेल और नाराजगी दूर करने यहां भेजा। सबसे आखिर में पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों पर विचार विमर्श के लिए श्री मिश्रा, सांसद एवं पूर्व महापौर विवेक नारायण शेजवलकर के नई सडक़ स्थित निवास पर पहुंचे। यहां उनका स्वागत श्री शेजवलकर के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती नीलिमा शेजवलकर एवं सुपुत्र प्रांशु शेजवलकर ने किया।
मैंने नहीं मांगा टिकट: अनूप
पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि उन्होंने कभी टिकट नहीं मांगा। पार्टी के लिए कार्य कर रहा हूं और कार्य करता रहूंगा। नरोत्तम मिश्रा मेरे छोटे भाई हैं, इसलिए वे सौजन्य भेंट के लिए घर पर आए थे।
यह रहे मौजूद
डॉ. मिश्रा के साथ महानगर भाजपा अध्यक्ष कमल माखीजानी, दीपक शर्मा, हरीश मेवाफरोश, प्रीतम लोधी, मीडिया प्रभारी पवन सेन, कनवर मंगलानी, श्याम श्रोतिय आदि मौजूद रहे।