महादेव के गुर्गे ग्वालियर में आईपीएल सट्टा खिलाते दबोचे, छत्तीसगढ़ की राजनीति में महादेव की गहरी पैठ
ग्वालियर। शहर की पुलिस उस समय हैरान रह गई जब उसने चार सटोरियों को आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा खिलाते और रकम की उगाही करते हुए दबोचा। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि जो पुलिस गिरफ्त में बैठे हैं वह छत्तीसगढ़ के महादेव एप के गुर्गे हैं। उक्त चारों आरोपी ग्वालियर में बैठकर महादेव एप के लिए काम कर रहे थे। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से कार डेढ़ लाख रुपए के करीब नगदी और मोटा लेखा जोखा मिला है। पुलिस पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यहां पर महादेव एप के लिए वह कब से काम कर रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि महादेव एप पर आईपीएल क्रिकेट मैच पर आनलाइन सट्टा लगवाने वाले गिरोह के गुर्गे वसूली का काम कर रहे हैं। सूचना मिलते ही एएसपी षियाज केएम को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। अपराध शाखा डीएसपी नागेन्द्र ङ्क्षसह और निरीक्षक अपराध शाखा अजय पवार ने टीम को सक्रिय किया। सिरोल ओहदपुर यशोदा टावर के पास पहुंची। यहां पर कार क्रमांक एमपी सीएच 07 बीएच 9477 चार युवक संदिग्ण हालत में बैठे नजर आए। मामला संदेहास्पद प्रतीत होने पर जब पुलिस ने उनकी घेराबंदी की तो वह भागने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर उनको दबोच लिया। पकड़े गए युवकों की पहचान विधानसिंह पुत्र धर्मवीरसिंह चौहान निवासी मौहल्ला बाजार पारा गांव कुकनगर सुकमा छत्तीसगढ़, प्रभात पुत्र रामेश्वरसिंह निवासी भिलाई, चित्रांश पुत्र गजानंद गुरव निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी भिलाई और आजम पुत्र नासिंर हुसैन निवासी राजीव नगर छावनी भिलाई छत्तीसगढ़ के रुप में हुई। अपराध शाखा की टीम को तलाशी के दौरान डेढ़ लाख रुपए और चार मोबाइल सहित कार बरामद की। पुलिस पूछताछ में सटोरियों ने स्वीकार किया कि वह ग्वालियर में महादेव एप पर आनलाइन सट्टा खेलते हैं उनसे उगाही करने के लिए शहर में आए थे। सूत्रों की माने तो पुलिस सटोरिए आईपीएल क्रिकेट मैच शुरु होने से पहले ही शहर मेंं आ चुके थे और वह उगाही करने के बाद रकम को किसी मोहम्मद शाद के खाते में जमा कर रहे थे।
शहर में लगता है करोड़ों का सट्टा
ग्वालियर में हर रोज करोड़ों रुपए का आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा खिलाया जा रहा है। पुलिस छुटभैए सटोरियों को हर रोज पकड़ भी रही है लेकिन उनसे वसूली करने के बाद थाने से छोड़ दिया जाता है। गली मौहल्लों में युवा वर्ग अपने मोबाइल पर लिंक लेकर लाखों रुपए के दांव लगवा रहा है। पुलिस की कार्रवाई इस बार कागजी ज्यादा दिखाई दे रही है।