कोरोना ने बर्बाद किया विवाह उद्योग
ग्वालियर, न.सं.। कोरोना संक्रमण का सबसे अधिक प्रभाव विवाह उद्योग पर पड़ा है। अगले सीजन में विवाह मुहूर्त न के बराबर होने से विवाहों की बुकिंग भी अब आना बंद हो गई हैं। यह उद्योग पूर्ण रूप से बर्बाद हो गया है। इस उद्योग में लगे 200 गार्डन संचालक, 250 टेण्ट हाउस, 150 कैटर्स, 10 बैण्ड मालिक व इस उद्योग से जुड़े अन्य लोगों के सामने भी संकट खड़ा हो गया है। मुहूर्त नहीं होने के कारण अब विवाह योग्य युवक-युवतियों को लंबा इंतजार करना होगा।
उल्लेखनीय है कि जनवरी और फरवरी माह में विवाहों की खूब धूम रही थी। कोरोना का संक्रमण फैलते ही 24 मार्च से लॉकडाउन लग गया। इसके बाद जिन लोगों के यहां विवाह थे, उन्होंने उन्हें निरस्त कर दिया। प्रशासन द्वारा विवाह में लोगों की संख्या 50 निर्धारित करने के बाद गार्डन, टेण्ट, बैण्ड एवं कैटर्स का कारोबार बंद हो गया। अब लोग घर या मंदिर से ही विवाह कर रहे हैं। कोरोना का संक्रमण मुहूर्त कम होने के कारण अगला सहालगी सीजन भी खतरे में नजर आ रहा है।
कुछ ही समय का होता है यह उद्योग
सहालगी सीजन या दूसरे शब्दों में कहें तो विवाह उद्योग दीपावली के बाद शुरू हो जाता है। यह उद्योग नवम्बर, दिसम्बर, जनवरी, फरवरी, अप्रैल, मई, जून में कुछ दिन ही रहता है। शेष माह यह उद्योग बंद रहता है। लेकिन विवाह सीजन खराब होने के कारण इलेक्ट्रोनिक्स बाजार, फर्नीचर, फूल बंगले, ब्यूटी पार्लर, कपड़ा बाजार आदि का व्यापार चौपट हो गया है।
पहले जैसे नहीं होंगे समारोह
पहले के शादी समारोहों में जबरदस्त धूम होती थी। भीड़-भाड़ और नाच-गाना भी होता था, लेकिन आगे होने वाले विवाहों में अब ऐसा बहुत कम होगा। पहली चीज तो विवाह समारोह में सीमित संख्या में लोगों को जाने की अनुमति मिलेगी। दूसरी चीज यह कि इसमें बैण्ड-बाजे आदि कुछ नहीं होंगे। विवाह में हर जगह को बार-बार सेनेटाइज करना होगा।
यह हैं विवाह मुहूर्त
- जून माह 27, 28, 29 व 30
- नवम्बर माह 25, 27 व 30
- दिसंबर माह 1, 6, 7, 9, 10 व 11
- 15 दिसंबर से धनु संक्रांति 14 जनवरी 2021 तक रहेगी, इस समय विवाह वर्जित रहेंगे।
- 17 जनवरी 2021 को गुरू पश्चिम में अस्त होकर 15 फरवरी 2021 को पूर्व दिशा में उदय होगा। इस दौरान विवाह नहीं होगा। कन्या के लिए गुरू का उदय होना जरूरी है।
- 13 फरवरी 2021 को शुक्र पूर्व में अस्त होकर 18 अप्रैल 2021 को शुक्र का उदय होगा। इस दौरान भी विवाह नहीं होंगे। वर का शुक्र का उदय होना जरूरी है।
इनका कहना है:-
'अप्रैल, मई व जून माह में अच्छा सहालगी सीजन था, जो पूरी तरह से खराब हो चुका है। सहालगी सीजन की जितनी भी तैयारी की थी सब बेकार हो गई हैं। अब कोई बुकिंग भी नहीं आ रही है।
-श्रीमती तृप्ती बहरे
मीनाक्षी वेडिंग प्लानर एंड कैटरर्स
'इस वर्ष और अगले वर्ष ग्रहों के कारण मुहूर्त कम हैं। इस नवंबर माह में तीन मुहूर्त तथा दिसंबर में छह ही मुहूर्त हैं। वर्ष 2021 के जनवरी, फरवरी और मार्च में भी कोई मुहूर्त नहीं है।Ó
पं. गौरव उपाध्याय, ज्योतिषाचार्य
'हमार पूरा व्यापार चौपट हो गया है। सभी बुकिंग निरस्त हो गईं हैं। गार्डन का किराया और स्टॉफ का वेतन तक निकालना मुश्किल हो रहा है। हमारे पास जिन लोगों की बुकिंग का पैसा जमा है, उसे अगले सहालगी सीजन में देने की बात कही है। अगले वर्ष सहालगी सीजन कम होने के कारण इस उद्योग को पनपने की कोई उम्मीद नहीं है।Ó
-सुरेश खण्डेलवाल
संचालक, उत्सव वाटिका
'बैण्ड के लिए लोगों ने जो अग्रिम जमा किया था, वह सब वापस करना पड़ रहा है। इस सीजन के लिए हमने नए इंस्ट्रूमेंट व ड्रेस आदि मंगवाए थे, सब रखे के रखे रह गए। जब तक कोरोना खत्म नहीं होगा यह उद्योग शुरू हो ही नहीं सकेगा।Ó
कपिल केसवानी
संचालक, श्याम बैण्ड
'गर्मी में फसल कटती है और किसान पर पैसा आता है। इस पैसे को किसान विवाह आदि में खर्च करता है। कोरोना के कारण विवाह नहीं होने से किसान भी पैसा खर्च नहीं कर पाए। दुकान का किराया व अन्य खर्र्चे भी निकालना मुश्किल हो रहे हैं।Ó
अनिल अग्रवाल
संचालक, टेंट हाउस दौलतगंज