जयारोग्य अस्पताल में कमीशन के चक्कर में बाजार से मंगा रहे दवाएं

जयारोग्य अस्पताल में कमीशन के चक्कर में बाजार से मंगा रहे दवाएं
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एक वर्ष से युवक लगा रहा चक्कर बिना बयान लिए खत्म की जांच

ग्वालियर, न.सं.। जयारोग्य चिकित्सालय में पहुंचने वाले मरीजों को नि:शुल्क दवाएं उपलब्ध कराने के लिए शासन द्वारा भले ही कारोड़ों का वजट खर्च किया जा रहा है। लेकिन चिकित्सकों की मनमानी के कारण मरीजों को बाजार से दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। जिसकी कई शिकायतें भी सामने आ चुकी है, लेकिन जिम्मेदार कार्रवाई करने की जगह कमीशन खोरी को संरक्षण देने में लगे हुए हैं। जिसका एक मामला गत दिवस सामने आया जब युवक ने बिना बयान दर्ज कराए ही शिकायत खत्म करने के आरोप लगाए।

दरअसल शिवपुरी खनियाधाना निवासी 70 वर्षीय बाल किशन नायक अपने भतीजे रितिक नायक के साथ मई 2022 में उपचार के लिए जयारोग्य पहुंचे थे। जहां उन्होंने सर्जरी की ओपीडी में डॉ. नवीन कुशवाह को दिखाया था। मरीज के भतीजे रितिक का कहना है कि डॉ. कुशवाह ने अस्पताल के पर्चे पर दवा लिखते हुए बाहर पुलकित मेडिकल से दवाएं लाने के लिए कहा था। लेकिन उनके मरीज की स्थिति ठीक नहीं थी तो उन्होंने 3 हजार 300 की दवाएं निजी मेडिकल से खरीदी। रितिक का आरोप है कि निजी मेडिकल से दवाएं मंगाने पर उन्होंने अस्पताल अधीक्षक, अधिष्ठाता से लेकर जिलाधीश से भी शिकायत की थी। शिकायत के बाद जांच के लिए न्यूरोसर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. अविनाश शर्मा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई। लेकिन कमेटी ने बिना उनके बयान या सूचना दिए शिकायत खत्म कर दी। जिसकी खुलासा तब हुआ जब उन्होंने एक माह पूर्व आरटीआई से जानकारी मांगी। रितिक का कहना है कि आरटीआई से मिली जानकारी के बाद उन्होंने दो दिन पूर्व फिर से अस्पताल प्रबंधन को आवेदन देकर डॉ. कुशवाह पर कार्रवाई करने की मांग की है।

मेडिकल स्टोर का रजिस्टर भी कराया उपलब्ध

रितिक द्वारा दोबारा की गई शिकायत में पुलकित मेडिकल स्टोर का एक रजिस्टर भी उपलब्ध कराया गया है। रितिक ने दावा किया है कि रजिस्टर में डॉ. कुशवाह द्वारा लिखी गई दवाओं से मिलने वाले कमिशन का हिसाब किताब लिखा हुआ है। इसके अलावा रितिक ने यह भी कहा है कि जयारोग्य के कुछ अन्य चिकित्सक भी पुलकित मेडिकल स्टोर से दवाएं मंगाते हैं।

डॉ. नवीन कुशवाह द्वारा कमिशन के चक्कर में बाजार से दवाएं मंगाई जाती हैं। जिसकी मेने शिकायत की थी। लेकिन जांच कमेटी में बिना मेरा पक्ष या बात सुने बिना शिकायत बंद कर दी गई। इसलिए मेने दोबारा आवेदन देकर डॉ. कुशवाह पर कार्रवाई करने की मांग की है।

रितिक नायक, शिकायतकर्ता

युवक ने दोबारा शिकायत की है। इसलिए उससे मामले की जांच फिर से की जा रही है। युवक से दस्तावेज भी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।

डॉ. अविनाश शर्मा

प्रभारी अधिष्ठाता, गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय

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