ट्रेनों में परेशान हर रोज 30 से 40 महिलाओं की मदद करती है मेरी सहेली टीम, जानिए क्या है ?

ट्रेनों में परेशान हर रोज 30 से 40 महिलाओं की मदद करती है मेरी सहेली टीम, जानिए क्या है ?
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परेशानी आने पर 139 हेल्पलाइन नंबर पर काल करती हैं तो उन्हें तुरंत रिस्पांस दिया जाता है। जिससे उन्हें सुरक्षित होने का एहसास होता है।

ग्वालियर। रेलवे सुरक्षा बल में गठित मेरी सहेली टीम मददगार बन चुकी है। ऐसा कोई दिन नहीं, जब टीम की सदस्य महिला यात्रियों का सहयोग न करती हो। सहायता के साथ उनमें सुरक्षा की भावना और आत्मविश्वास भी जगाती है। हर रोज यह टीम 8 से 10 ट्रेनों में पहुंचकर 30 से 40 यात्रियों को सहयोग करती है। इस टीम में अकेली यात्रा करने वाली महिला यात्री सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। भारतीय रेलवे देश की धडक़न है। यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना रेल प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उत्तर मध्य रेलवे में तो अकेली यात्रा करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए मेरी सहेली टीम भी गठित की है।

यह रेलवे की एक महिला-उन्मुख पहल है, जिसका उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा है। कामकाजी व घरेलू महिलाओं के साथ ही पढ़ाई के लिए युवतियां ट्रेन से आवाजाही करती हैं। लंबे सफर के दौरान कई महिलाओं को घबराहट होती है। उनके परिजन जब तक यात्री गंतव्य पर पहुंच नहीं जाती, चिंता में रहते हैं। इसे देखते हुए ही मेरी सहेली टीम बनाई गई है। यह टीम महिलाओं को विभिन्न अपराध से लेकर मदद लेने के लिए हेल्पलाइन के बारे में जागरूक करती हैं। इसके अलावा किसी भी तरह की परेशानी आने पर 139 हेल्पलाइन नंबर पर काल करती हैं तो उन्हें तुरंत रिस्पांस दिया जाता है। जिससे उन्हें सुरक्षित होने का एहसास होता है। यदि कोई परेशान कर रहा है, तो यह टीम उन्हें सबक भी सिखाती है। अब अधिकांश यात्रियों को मेरी सहेली टीम के संबंध में जानकारी है।

इसके अलावा यह भी मालूम है कि दिक्कत होने पर हेल्पलाइन नंबर 139 पर काल कर सूचना देनी है। यही कारण है कि टीम के पास महिला यात्रियों से संबंधित संपूर्ण जानकारियां पहुंच जाती है और अविलंब उनकी मदद करने के लिए मेरी सहेली की टीम पहुंच जाती है।

जोन में 10 से ज्यादा टीम हैं कार्यरत

उत्तर मध्य रेलवे में मेरी सहेली की लगभग 10 टीम कार्यरत हैं। यह अलग-अलग ट्रेनों को कवर करती हैं। टीम में महिला आरक्षक से लेकर उप निरीक्षक, निरीक्षक शामिल हैं। इस टीम को जवाबदारी दी गई है कि स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों में अकेली यात्रा कर रही महिला यात्रियों की जानकारी प्राप्त करें। जानकारी मिलने के बाद टीम के सदस्य उनसे संपर्क करती है। उनसे बातचीत कर उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा या समस्या तो नहीं है, इसकी जानकारी लेती है। इसके अलावा संबंधित कोच और बर्थ की निगरानी करती है। सफर के दौरान महिला यात्री हेल्पलाइन 139 एवं टीटीई के माध्यम से भी मेरी सहेली टीम से संपर्क कर सकती है।

जानिए किन-किन स्टेशनों में है मेरी सहेली टीम

प्रयागराज ,झांसी, ग्वालियर, आगरा,

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