अधिकारियों की अनदेखी, दो वर्ष से धूल खा रहीं लाखों की जांच मशीनें
ग्वालियर, न.सं.। शासकीय अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों को बेहतर उपचार के साथ ही बेहतर जांच सुविधाएं मिल सकें। इसके लिए शासन द्वारा करोड़ों का वजट खर्च किया जा रहा है। लेकिन जिम्मेदारों की अंदेखी के कारण लाखों के उपकरण धूल जा रहे हैं और मरीजों को जांच के लिए परेशान होना पड़ रहा है। जिसका उदाहरण मुरार जिला अस्पताल है, जहां पिछले दो वर्ष से जांच उपकरण धू खा रहे हैं।
दरअसल मरीजों को बेहतर जांच सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शासन द्वारा मुरार जिला अस्पताल की पैथोलॉजी निजी कम्पनी पोस्ट साइंस हाउस प्रोइवेट लिमिटेड को ठेके पर दे दी है। उक्त कम्पनी द्वारा खुद की मशीन लगाई गई हैं और अस्पताल की पैथोलॉजी में पूर्व से लगी मशीनों को हटा दिया गया। जिस कारण हटाई गई लागों की मशीनें पिछले दो वर्ष से धूल खा रही हैं। जबकि जिले में कई ऐसे शासकीय स्वास्थ्य संस्थान हैं, जहां स्टाफ तो उपलब्ध है। लेकिन पर्याप्त जांच उपकरण न होने के कारण मरीजों को जांचों के लिए परेशान होना पड़ता है। ऐसे में अगर मशीनों को किसी अन्य संस्थान में दे दिया जाता है तो मरीजों को काफी राहत मिलेगी।
प्रसूति गृह में पहुंचाई मशीन भी खा रही धूल -
जिला अस्पताल में रखीं मशीनों में डेढ़ वर्ष पूर्व एक ऑटो एनालाइजर मशीन बिरला नगर प्रसूति गृह को उपलब्ध कराई गई थी। उक्त मशीन से सीबीसी की विस्तृत जांच रिपोर्ट उपलब्ध हो जाती है, जिसमें प्लेटलेट्स काउंट के अलावा आरबीसी, डब्ल्यूवीसी, आरबीसी सहित अन्य रिपोर्ट भी शामिल हैं। लेकिन मशीन में जांच के लिए लगने वाले रेजेंट (विशेष प्रकार का कैमिकल) आज दिन तक उपलब्ध ही नहीं कराया है, जिस कारण पिछले डेढ़ वर्ष से मशीन धूल खा रही है।
अधिकारियों को लिखे जा चुके हैं पत्र
अस्पताल में धूल खा रहीं मशीनों को किसी अन्य संस्थान में उपयोग करने के लिए अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा क्षेत्रीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. आर.पी. सरल व सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा को पत्र भी लिखे जा चुके हैं। उसके बाद भी जिम्मेदार मशीनों को मरीजों के उपयोग में लिए जाने में कोई रूची नहीं दिखा रहे हैं।
यह जांच उपकरण खा रहे धूल
- फूली ऑटो बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर उक्त मशीन से एलएफटी, आरएफटी, लिपिड प्रोफाइल, विटामिन-डी, विटामिन-डीथ्री सहित सहित दस महत्वपूर्ण जांचें की जा सकती हैं।
- सीबीसी काउंटर मशीन से सीबीसी, एचबी, डब्ल्यूबीसी, आरबीसी, प्लेटलेट काउंट सहित हिमोटोलॉजी की जांचे की जाती हैं।
- इम्यूनोऐसे एनालाइजर से थायराइड, एचबीए1सी सहित अन्य जांचे की जाती है।
- क्यूएबलो मीटर मशीन से एपीटीटी, पीटी सहित ब्लड फैक्टर की अन्य जांचे की जाती हैं।
- इलेक्ट्रो एनालाइजर पर सोडियम, पेटेशियम, क्लोराइड सहित अन्य जांचे की जा सकती हैं।