वीरता की प्रतिमूर्ति वीरांगना अवंतीबाई लोधी के जीवन से प्रेरणा लें - ऊर्जा मंत्री तोमर
ग्वालियर। वीरता की प्रतिमूर्ति वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी ने एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत कर 1857 के भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में वीरता से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। ऐसी वीरांगना को सभी को अनुकरण करना चाहिए। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने यह बात ग्वालियर के मल्लगढ़ा तिराहे पर वीरांगना अवंतीबाई लोधी की प्रतिमा के लोकार्पण के दौरान कही। मंत्री श्री तोमर और सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने प्रतिमा का अनावरण किया।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि वीरांगना की प्रतिमा ग्वालियर के सांसद एवं तत्कालीन महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर के व्यक्तिगत प्रयासों के कारण ही स्थापित हो सकी है। उन्होंने कहा कि वीरांगना की जयंती पर उनकी प्रतिमा का लोकार्पण कर, मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि नगर निगम ग्वालियर द्वारा अब शीघ्र ही इस तिराहे का सौंदर्यीकरण किया जाए, जिससे इस चौराहे से शहर में प्रवेश करने वाले नागरिकों के लिए यह तिराहा आकर्षण का केंद्र बने।सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि वीरांगना के जीवन से शहर के युवा प्रेरणा लें और राष्ट्र हित के लिए हमेशा कार्य करते रहें।