विधायक पाठक ने 12 वीं के छात्रों को जनरल प्रमोशन दिलाने दोबारा लिखा सीएम को पत्र

विधायक पाठक ने 12 वीं के छात्रों को जनरल प्रमोशन दिलाने दोबारा लिखा सीएम को पत्र
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ग्वालियर। प्रदेश में आज से 12वीं की परीक्षायें शुरू हो गई है। कोरोना महामारी के प्रसार को देखते हुए कांग्रेस नेताओं द्वारा सरकार से छात्रों को जनरल प्रमोशन देने की मांग की जा रही है। हालांकि कोरोना प्रसार को देखते हुए सरकार ने सभी परीक्षा केंद्रों पर सावधानी बरतने के लिए गाइडलाइंस जारी की है। सरकार द्वारा कोरोना से बचाव का पूरा दावा किया जा रहा है।

शहर में भी आज से शुरू हुई परीक्षा के बाद विधायक प्रवीण पाठक ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा केंद्रों पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे। परीक्षा केंद्रों पर अव्यवस्थाओं से असंतुष्ट होकर उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को एक बार फिर पत्र लिखकर मांग की है की परीक्षाओं को रद्द कर जनरल प्रमोशन देने की मांग की है।

उन्होने लिखा की मेरे द्वारा आपके संज्ञान में लगातार प्रदेश के छात्र छात्राओं की परीक्षा स्थगित करने और उन्हें जनरल प्रमोशन देने का विषय लाया जाता रहा है। लेकिन आप इस संवेदनशील विषय पर हठधर्मी बन कर बैठ गए हैं। प्रदेश के मासूम छात्र छात्राओं के जीवन को परीक्षा के बहाने कोरोना से जूझने में दांव पर लगा दिया है। विधायक पाठक ने आगे लिखा की मैंने आज स्वयं जाकर परीक्षा केंद्रों पर जो नजारा देखा है वह भयावह है। मुझे सुबह से अभिभावकों व परिजनों के संदेश आ रहे हैं जिसमें वह डरे सहमे हुए हैं ..

आज मासूम विद्यार्थी परीक्षा केंद्रों में ठीक उसी तरह भटकते नजर आए। जिस प्रकार गरीब वर्ग लॉक डाउन के दौरान परेशान थे। विधायक पाठक ने आगे लिखा कि माननीय मुख्यमंत्री जी मेरा आपसे प्रश्न है कि आप जिस जिद के साथ विद्यार्थियों की परीक्षा कराने पर अड़े हैं। इस वैश्विक खतरे के बीच उनकी परीक्षा करवा रहे हैं, यदि ईश्वर न करें किसी छात्र छात्रा को कोविड-19 संक्रमण हुआ और अन्य लोग उसकी चपेट में आ गए और कोई अनहोनी हुई तो क्या आप और आपकी सरकार का कोई भी व्यक्ति इसकी जिम्मेदारी लेगा?मुझे समझ ही नहीं आ रहा कि कब तक, मध्य प्रदेश में ऐसे ही आप मूल कर्तव्य से पलायन करेंगे। कभी बाबा रामदेव की दवा का क्लीनिकल ट्रायल, तो कभी गरीबों के हक के आटे में से चोरी अब विद्यार्थियों के जीवन से भी खिलवाड़ जारी है।

आपने जिस मुस्तैदी से एक लोकतंत्र सरकार को गिरा कर सत्ता हथियाई थी। उसी तरह जनता के हित में भी जिम्मेदारी एवं संवेदनशील मुख्यमंत्री होने का प्रमाण दें। मैं आज की परीक्षा के बाद के गंभीर हालातों को देखकर आपसे पुन: निवेदन करता हूं कि प्रदेश के विद्यार्थियों को कोरोना संकट की आग में मत झोंकिए। इन मासूम भाई बहनों का जीवन इस राज्य का भविष्य है और इस भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए इनकी परीक्षाएं स्थगित करके इन्हें जनरल प्रमोशन दीजिए अथवा फिर परीक्षा केंद्रों पर समुचित व्यवस्था कीजिए। क्योंकि यह आपकी नैतिक जिम्मेदारी भी है। जिसे आज आप और आपकी सरकार पूरी तरह भूल गई है।





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