मुरार जिला चिकित्सालय में बढ़ेंगी सुविधाएं, 300 बिस्तर के अस्पताल का निर्माण कार्य हुआ शुरू

मुरार जिला चिकित्सालय में बढ़ेंगी सुविधाएं, 300 बिस्तर के अस्पताल का निर्माण कार्य हुआ शुरू
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ग्वालियर/वेब डेस्क। जिला अस्पताल में मरीजों का लगातार भार बढ़ता जा रहा है। जिस कारण वर्तमान में हालत यह है कि पलंग की कमी के चलते यहां पर एक पलंग पर दो से तीन मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इसे देखते हुए अब अस्पताल के विस्तार का कार्य शुरू कर दिया गया है।

दरअसल जिला चिकित्सालय मुरार में सिर्फ 200 बिस्तर हैं और 300 से अधिक मरीज यहां भर्ती हो रहे हैं। इसे देखते हुए अस्पताल के विस्तार के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। शासन द्वारा भी अस्पताल को 300 पलंग का बनाने के लिए 20 करोड़ रुपए की स्वीकृत प्रदान की जा चुकी है और अब पीडब्ल्यूडी द्वारा निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है। इस राशि से जिला अस्पताल मुरार की पहली मंजिल पर 100 पलंग के चार ब्लॉक बनाए जाएंगे। पहली मंजिल में ऑपरेशन थियेटर के समीप ऑर्थोपेडिक और सर्जरी, ईएनटी विभाग के वार्ड रहेंगे। वहीं अस्पताल में पलंग बढऩे के बाद अस्पताल में स्टाफ व चिकित्सकों की भी वृद्धि होगी। साथ ही पलंग बढऩे से मेडिसिन विभाग में पलंगों की संख्या 100 हो जाएगी। जबकि जिला अस्पताल के पुराने अस्पताल में पार्किंग होगी। सिविल सर्जन डॉ. आर.के. शर्मा का कहना है कि जिला अस्पताल के विस्तार के लिए कार्य शुरू हो गया है।

सिविल सर्जन कार्यालय का भी होगा निर्माण

जिला अस्पताल के विस्तार के अलावा नए सिविल सर्जन कार्यालय का निर्माण भी होगा। इसके लिए पुराने सिविल सर्जन कार्यालय को तोड़ कर तीन मंजिला भवन बनाया जाएगा। जिसमें सिविल सर्जन कार्यालय सहित महिला वार्ड तैयार किए जाएंगे। इसके लिए शासन से भी स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। लेकिन अब सिविल सर्जन के सामने सबसे बड़ी परेशानी वैक्लपित रूप से कार्यालय को स्थानांतरित करने की है। क्योंकि अस्पताल परिसर में खाली जगह नहीं है और अगर अस्पताल से दूर कार्यालय सिफ्ट किया जाता है तो परेशानी होगी। सिविल सर्जन डॉ. आरके शर्मा का कहना है कि पीडब्ल्यूडी के पास साढ़े तीन करोड़ का फंड आ चुका है। इसलिए अस्थाई तौर पर कार्यालय को शिफ्ट करने के लिए जिलाधीश को पत्र भी लिखा जा चुका है।

यह भी होगा निर्माण

जिला चिकित्सालय में मॉड्यूलर किचन की स्थापना 22.92 लाख। रेनोवेशन एवं मरम्मत कार्य 71.53 लाख। ट्रोमा सेंटर के लिए नई डिजिटल एक्स-रे मशीन 15 लाख। 10 बेड का पोस्ट आपरेटिव आईसीयू निर्माण कार्य 15 लाख। सेंट्रल ऑपरेटिव सिस्टम 8.65 लाख। 25 एसी की खरीद 12.50 लाख। ट्रोमा सेंटर के सामने मरीजों के लिए वेटिंग एरिया10 लाख।

इन्होने कहा -

अस्पताल में निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और पलंगों के बढऩे से अस्पताल में सुविधाएं तो बढ़ेंगी हीं। साथ ही मरीजों को भी काफी लाभ मिलेगा।

डॉ. आर.के. शर्मा, सिविल सर्जन

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