ट्रेनों के रद्द होने से दो लाख से अधिक यात्रियों ने टिकट रद्द कराए
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ग्वालियर,न.सं.। मथुरा रेलवे सेक्शन में चल रहे काम के चलते कई ट्रेन के निरस्त और मार्ग परिवर्तित रहने से भारी तादाद में यात्रियों ने रेलवे से यात्रा करने से मुंह फेर लिया है। इसका असर रेलवे के खजाने पर पड़ा है। नवम्बर माह में ट्रेन रद्द होने पर रेलवे की तरफ से लगभग 14 करोड़ रुपए से अधिक रिफंड किए गए है। 2 लाख 35 हजार यात्रियों ने टिकट कैंसिल कराए हैं। ट्रेनों के लगातार निरस्त रहने से यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है।
मंडल के वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन से दतिया के मध्य तीसरी लाइन से कनेक्टिविटी के लिए यार्ड रिमॉडलिंग पर नॉन इंटरलॉकिंग पर काम चल रहा है। साथ ही मथुरा समेत अन्य स्टेशन के पास भी काम चल रहा है। इसके चलते मण्डल से गुजरने वाले ट्रेन संचालन पर इसका असर पड़ा है। कई ट्रेन को निरस्त कर दिया गया है तो कई के मार्ग बदले गए हैं। पहले से आरक्षण करा चुके लोग ऐन वक्त पर ट्रेनों के रद होने की सूचना मिलते ही परेशान हो गए। कैंसिल ट्रेनों में गतिमान एक्सप्रेस, ताज एक्सप्रेस, बरौनी मेल जैसी मुख्य ट्रेन है।
रेलवे के राजस्व पर पड़ रहा असर
इनमें अमूमन यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण वेटिंग की समस्या रहती है। एक दर्जन से अधिक ट्रेन के निरस्त रहने से इसका असर रेलवे के राजस्व पर भी पड़ा है। अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नवम्बर माह में यात्रा के लिये 9 लाख 48 हजार 654 यात्रियों ने टिकट बुक कराये थे। ट्रेन के निरस्त होने के चलते 2 लाख 35 हजार 39 यात्रियों ने टिकट कैंसिल कराया जिस पर रेलवे को 15 करोड़ 9 लाख 55 हजार 442 रिफंड करने पड़े।