चार दिन की पदयात्रा पर निकले ऊर्जामंत्री तोमर, दतिया में माँ पीताम्बरा के करेंगे दर्शन
ग्वालियर। चिलचिलाती धूप की परवाह किए बगैर प्रदेश की खुशहाली एवं आमजन की समस्याओं के समाधान के उद्देश्य को लेकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सोमवार को चार दिवसीय पदयात्रा पर निकले। इस चार दिवसीय पदयात्रा के तहत मंत्री तोमर माँ पीताम्बरा शक्तिपीठ दतिया पहुँचकर सभी की समृद्धि के लिये पूर्जा-अर्चना करेंगे।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने सोमवार को इस चार दिवसीय पदयात्रा का शुभारंभ कोटेश्वर मंदिर पर पूजा अर्चना कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय की मंशा के अनुरूप समाज की अंतिम पंक्ति के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक शासन की योजनाओं को पहुँचाने के उद्देश्य से हमने यह यात्रा शुरू की है। इस दौरान विद्युत समस्या निवारण शिविर भी लगाये जा रहे हैं। कोटेश्वर मंदिर से पदयात्रा की शुरुआत के अवसर पर दंदरौआ धाम के मंहत संतश्री कृपाल सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी, जीडीए के पूर्व अध्यक्ष अभय चौधरी तथा किशन मुदगल सहित बडी संख्या में जनप्रतिनिध एवं पदयात्रा में साथ जा रहे नागरिक उपस्थित रहे।
तोमर ने कहा कि प्रदेश व जिले की सुख-समृद्धि और स्वच्छता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह पदयात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने कोटेश्वर मंदिर के प्रांगण में उपस्थित जन समूह को स्वच्छता का संकल्प भी दिलाया। सभी ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि पदयात्रा के दौरान कचरा रोड पर नहीं फेंकेगे, कचरागाड़ी में ही डालेंगें। उन्होंने कहा कि अपने बेटा बेटी के अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य व अच्छे वातारण के लिये भी माँ पीताम्बरा माई से प्रार्थना करेंगे।
पदयात्रा पहले दिन कोटेश्वर मंदिर से शुरू होकर घासमंडी, किलागेट, हजीरा, पडाव व चेतकपुरी होते हुए रीजेंसी गार्डन पहुँची। यहाँ पर मंत्री तोमर ने जन चौपाल लगाकर आमजन की विद्युत की समस्याओं को सुना। जन चौपाल में उन्होंने जमीन पर बैठकर आमजन की समस्याओं को सुना तथा उनके त्वरित निराकरण के लिये विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। पदयात्रा का शहर में जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ। पूरी पदयात्रा माता के जयकारों से गूंज रही थी।
इसके बाद पदयात्रा एम्पायर रिसोर्ट में पहुंची, जहां जन चौपाल लगाकर आमजन की विद्युत समस्याओं को सुना तथा उनके निराकरण के लिये संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया तथा पदयात्रा का रात्रि विश्राम एम्पायर रिसोर्ट में किया गया। दूसरे दिन की पदयात्रा एम्पायर रिसोर्ट से प्रारंभ होकर जुरासिक पार्क पर पहुँचेगी, जहां जन चौपाल लगाकर आमजन की समस्याओं को सुना जाएगा। इसके बाद जन चौपाल व रात्रि विश्राम होटल शीला पर किया जाएगा।