ग्वालियर में बिजली कंपनी का मुख्यालय होगा शिफ्ट, मोती झील से सिटी सेंटर लाने की तैयारी!
ग्वालियर। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मोतीझील स्थित मुख्यालय को सिटी सेंटर क्षेत्र में लाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए राज्य शासन ने प्राथमिक तौर पर 4 करोड़ रुपए भी आवंटित कर दिए हैं। यद्यपि अभी मुख्य अभियंता कार्यालय एक बड़े क्षेत्रफल में बना हुआ है जबकि सिटी सेंटर में इसे मात्र 5 हजार वर्गफीट में ही बनाया जाएगा। यही कारण है कि इसका कर्मचारियों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुख्य अभियंता का कार्यालय लंबे समय से मोतीझील पर 10 हजार वर्गफुट के क्षेत्रफल में दो मंजिला भवन में संचालित है। इसके अलावा यहां कर्मचारियों के लिए 70 से 80 सरकारी आवास भी बने हुए हैं। साथ ही पार्किंग और पार्क की व्यवस्था भी है। इसके पास ही ट्रांसफार्मर रखे जाने के लिए 20 हजार वर्गफीट में चार शैड भी लगे हुए हैं। लेकिन कुछ अधिकारियों की जिद के चलते इस कार्यालय को सिटी सेंटर में जीडीए की उस जमीन पर स्थापित किया जा रहा है, जहां पहले से ही बिजली घर का जोन कार्यालय संचालित है। जबकि इसके लिए डीआरडीओ और नगर एवं ग्राम निवेश से अनापत्ति नहीं ली गई है। कंपनी के सूत्रों ने बताया कि आज से पांच छह वर्ष पूर्व मुख्य अभियंता कार्यालय को मोती झील से सिटी सेंटर में लाए जाने की कवायद की गई थी किंतु उस समय कर्मचारी संगठनों के विरोध के चलते यह प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ सका। पता लगा है कि मुख्य अभियंता राजीव गुप्ता द्वारा सिविल विभाग हो भवन बनाने के लिए टेंडर जारी करने के निर्देश दिए हैं ताकि उनकी सेवानिवृत्ति से पूर्व सिटी सेंटर में नया भवन खड़ा हो सके।
इनका कहना
मोतीझील पर मुख्य अभियंता कार्यालय दूर पड़ता है इसीलिए इसे सिटी सेंटर में नए भवन में स्थापित किया जाएगा। मुख्य अभियंता कार्यालय को जॉन ऑफिस के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहेगा।
प्रद्युम्न सिंह तोमर
ऊर्जा मंत्री
राज्य शासन ने मुख्य अभियंता कार्यालय सिटी सेंटर में बनाने के लिए 4 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। सिविल विभाग द्वारा टेंडर जारी कर नया भवन खड़ा कराया जाएगा।
राजीव गुप्ता
मुख्य अभियंता
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी
अभी मोतीझील पर संचालित मुख्य अभियंता कार्यालय एक बड़े क्षेत्रफल में है। इसे सिटी सेंटर में छोटे से भूखंड पर बनाए जाने की खबर है। कर्मचारी संगठन पहले भी इसका विरोध किया था, अब फिर से विरोध करेंगे।
नरेंद्र चौधरी
विद्युत कर्मचारी नेता