ग्वालियर में छात्रा के हत्यारोपी फरार, पुलिस जगह-जगह दे रही दबिश
ग्वालियर, न.सं.। माधौगंज थाना क्षेत्र में छात्रा की सरेराह गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपी चौबीस घंटे बाद भी पुलिस पकड़ से दूर हैं। पुलिस संदेहियों के सहारे हत्यारों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। छात्रा की हत्या में एक बात सामने आई है कि दोनों छात्राएं गाडिय़ां अदल बदल लेकर जाती थीं। हत्यारों ने चेहरे ढंका होने पर अक्षया को सोनाक्षी समझा और गोली चला दी। पुलिस की आधा दर्जन टीमें हत्यारों की तलाश में उत्तरप्रदेश राजस्थान के अलावा मुरैना व भिंड में दबिश दे रही हैं।
सिंकदर कम्पू काली माता मंदिर के पास रहने वाली अक्षया पुत्री शैलेन्द्र सिंह यादव 16 वर्ष की सुमित रावत उसके भाई उपदेश निवासी आर्मी बजरिया और दो अन्य ने मैस्कॉट चिकित्सालय के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस हत्या के बाद से ही चारों आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है लेकिन सफलता नहीं मिली है। अक्षया यादव और सोनाक्षी शर्मा के बारे में पता चला है कि वह क्रम से गाड़ी लेकर कोचिंग जाती थीं। जिस दिन सोनाक्षी अपनी गाड़ी ले जाती थी उस दिन अक्षया यादव उसकी गाड़ी पर बैठकर आती थी। घटना वाले दिन सोनाक्षी का गाड़ी ले जाने का दिन था, लेकिन वह किसी कारणवश गाड़ी नहीं लाई और अक्षया के साथ कोचिंग पढऩे आई थी। क्रम से गाड़ी ले जाने की बात सुमित को भी पता थी। दोनों छात्राओं के चेहरे ढंके होने के कारण सोनाक्षी को सुमित और उसके साथी पहचान नहींं सके और बगल में आकर अक्षया को गोली मार दी। माधौगंज थाना प्रभारी महेश शर्मा ने बताया कि चारों आरोपियों की तलाश में राजस्थान, उत्तरप्रदेश के अलावा मुरैना सहित अन्य स्थानों पर दबिश दी जा रही है।
जीजा की हत्या के बाद मंदिरों पर पहुंची लाली, जेल भेजा
पुरानी छावनी थाना क्षेत्र स्थित ग्राम बरां में सेवानिवृत्त फौजी देवेन्द्र पुत्र धनसिंह माहौर की हत्या करने वाली तथाकथित साली कामना उर्फ लाली शाक्य निवासी लक्ष्मीगंज ने पुलिस पूछताछ में जीजा की हत्या करना स्वीकार किया है। देवेन्द्र की पत्नी रश्मि को लाली अपनी बहन मानती थी और उससे काफी लगाव था। देवेन्द्र नशे का आदी और वह अपनी पत्नी को परेशान करता था। 7 अक्टूबर को लाली देवेन्द्र के घर पहुंच गई और उसे उस दिन देवेन्द्र की हत्या का मौका नहीं मिला। 8 जुलाई को देवेन्द्र माहौर ने दिन में ही शराब का नशा इतना कर दिया कि वह बेसुध हो गया। लाली ने तीन साढ़े तीन बजे ही मौका मिलते ही हंसिए से देवेन्द्र पर हमला करना शुरु कर दिए। नशे में होने के कारण वह ज्यादा विरोध नहीं कर सका और जान बचाने के लिए पलंग से जैसे ही उठा लाली ने पत्थर से सिर पर हमला कर दिया। हसिए से गला रेता तो पत्थर से सिर कुचला। देवेन्द्र की हत्या का लाली को यकीन हो गया तो उसने ब्लेड से उसके दोनों हाथों की नसें काट दी। पुरानी छावनी थाना प्रभारी मिर्जा आसिफ बेग ने बताया कि लाली को देवेन्द्रउसकी बहन के बारे में गंदी गंदी बातें करता था और उसे परेशान भी करता था। देवेन्द्र के एक वर्ष पहले जब वह सम्पर्क में आई थी तभी से बहन को परेशान नहीं करने की बात कहती थी। उसकी शराब की लत छुड़ाने के लिए दो तीन बार नशा मुक्ति केन्द्र में भी लेकर लाली ने भर्ती कराया था। सेवानिवृत्त फौजी की हत्या करने के बाद लाली घर से निकलकर अचलेश्वर मंदिर पहुंची यहां पर समय बिताने के बाद गुप्तेश्वर मंदिर पर देर रात तक रुकी फिर शहर में घूमती रही पुलिस को जैसे ही उसके बारे में पता चला दबिश देकर गुप्तेश्वर से दबोच लिया। पूछताछ करने के बाद लाली को जेल भेज दिया है।
चिराग के हत्यारे घरों से भागे
विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र स्थित जिलाधीश कार्यालय के पास इंजीनियर चिराग उर्फ सागर शिवहरे की त्रिकोण प्रेम में अंश जादौन ने गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को जला दिया था। उक्त मामले में विश्वविद्यालय थाना पुंलिस ने अंश उसके भाई शिवम पिता उपेन्द्र जादौन, दृष्टि ग्रोवर व एक अन्य के खिलाफ धारा 302, 201, 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है।