राज कवि तांबे की स्मृति मे हुई संगीत सभा और सम्मान कार्यक्रम
ग्वालियर, न.सं.। राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ग्वालियर के राज कवि भास्कर राम चंद्र तांबे के स्मृति दिवस पर गत दिवस संगीत सभा व सम्मान कार्यक्रम वीरांगना लक्ष्मीबाई विद्यालय नई सडक़ पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी सुप्रदीप्तानंद महाराज ने की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी जी ने कहा की राज कवि तांबे की कविताएं भावना प्रधान तथा मराठी संस्कृति भाषा का प्रभाव परिलक्षित करने वाली हैं। उन्होंने ऐसे कार्यक्रमों में युवाओ को जोडऩे पर बल दिया व तांबे अभ्यास मंडल के प्रयासो की प्रशंसा की। डॉ. उमा कंपूवाले ने संस्था का परिचय दिया। व्यंकटेश वाकडे ने राजकवि तांबे का परिचय दिया। संगीत सभा में डॉ. ईश्वरचंद्र करकरे ने राजकवि तांबे की रचनाओं पर आधारित गीतों की प्रस्तुति दी। उन्होंने शास्त्रीय संगीत को इन रचनाओं से जोडक़र एक अभिनव प्रयोग किया जिसे श्रोताओं का अच्छा प्रतिसाद मिला। संगतकारों में तबले पर प्रणव पराडक़र व हारमोनियम पर अक्षद मिश्रा थे।
प्रवक्ता निशिकांत सुरंगे ने बताया की दूसरे सत्र में डॉ. शरद इंदापुरकर का सम्मान एवं रंगकर्मी स्व. संजय लघाटे का मरणोपरांत सम्मान उनके पिताश्री को शॉल, श्री फल व स्मृति चिन्ह देकर किया गया। अतिथियों का स्वागत संजय चांदोरकर, हेमंत खेडक़र, विष्णु उमड़ेकर, महेंद्र कल्याणकर, उमेश बाभले ने किया। संचालन आशुतोष कुंभराज वाले व आभार कुंदा जोगलेकर ने व्यक्त किया। इस अवसर पर स्वामी ब्रह्म योगानंद, बलप्रदा नंद, अरविंद धारप, अनीता करकरे आदि उपस्थित थे।