नवरात्र से पहले मां वैष्णो देवी और मैहर जाने वाली ट्रेनें फुल
ग्वालियर/न.सं.। चैत्र नवरात्र महोत्सव 6 अप्रैल से प्रारंभ हो रहा है। लेकिन इससे पहले ही वैष्णो देवी, मैहर जैसे तीर्थ स्थानों पर जाने वाली ट्रेनों में सीटें पूरी आरक्षित हो गई हैं। कुछ ट्रेनों में तो नो-रूम की स्थिति है। ऐसे में अब बर्थ के लिए यात्रियों की उम्मीद तत्काल टिकट पर है।
ग्वालियर सहित देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु नवरात्र पर प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों पर माता के दर्शन करने के लिए जाते हैं। शायद यही वजह है कि वैष्णो देवी, मैहर वाली माता, हिमाचल स्थित कांगड़ा देवी, ज्वाला देवी, नैना देवी की ओर जाने वाली ट्रेनों में अभी से सीटें फुल हो गई हैं। इन तीर्थ स्थलों पर झेलम एक्सप्रेस, मालवा एक्सप्रेस, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, अंडमान एक्सप्रेस, महाकौशल एक्सप्रेस, पंजाब मेल, पठानकोट एक्सप्रेस, मंगला एक्सप्रेस, स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस, केरला एक्सप्रेस आदि ट्रेनें पहुंचती हैं। लेकिन इन ट्रेनों में स्लीपर व एसी के किसी भी श्रेणी में कन्फर्म सीटें नहीं मिल रही है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति वैष्णो देवी जाने वाली ट्रेनों की है। यहां जाने वाले यात्रियों को दिल्ली से जम्मू जाने वाली ट्रेनों में भी कन्फर्म बर्थ नहीं मिल रही है। यात्रियों को एक दिन पहले तत्काल कोटे से ही कन्फर्म सीट मिलने की उम्मीद है। उसमें भी अधिक मांग होने के कारण इक्का-दुक्का यात्रियों को ही कन्फर्म टिकट मिल सकेगा। ऐसी स्थिति में यात्रियों को जनरल कोच या वेटिंग टिकट पर यात्रा करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
मतगणना के बाद ट्रेनों में बर्थ मिलना कठिन
लोकसभा चुनाव की मतगणना 23 मई को होगी। 25 मई से अमृतसर, जम्मूतवी, काठगोदाम, देहरादून की और जाने वाली ट्रेनों में बर्थ मिलना कठिन हो जाएगा। इस दौरान अधिकांश ट्रेनों के स्लीपर में दो सौ से अधिक और एसी में 50 से अधिक वेटिंग का टिकट मिल रहा है। गर्मी में यात्रा पर जाना चाहते हैं तो लोकसभा चुनाव के दौरान जाए। उसके बाद ट्रेनों में भीड़ नहीं मिलेगी। भीड़ वालें ट्रेनों के स्लीपर कोच में 50 से कम वेटिंग का टिकट उपलब्ध है, जो कंफर्म हो जाएगा। 25 मई के बाद तो प्रमुख ट्रेनों में बर्थ तक उपलब्ध नहीं हैं। यह कारण है कि रेलवे ने चुनाव के दौरान समर स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा नहीं किया है।
50 वेटिंग तक हो जाएगा टिकट कंफर्म
प्रचलित ट्रेनों में 23 मई तक यात्रियों की काफी भीड़ नहीं हैं। जम्मूतवी जाने वाली झेलम एक्सप्रेस, अंडमान जैसी ट्रेनों के एसी में दस से कम वेटिंग है। जबकि स्लीपर में 50 से कम वेटिंग का टिकट उपलब्ध है। चार्ट बनने के समय यह टिकट कंफर्म हो जाएगा।