फिजूलखर्च रोकने और जरूरतमंद कन्याओं का विवाह करने के लिए संस्थाएं करेंगी विवाह सम्मेलन

फिजूलखर्च रोकने और जरूरतमंद कन्याओं का विवाह करने के लिए संस्थाएं करेंगी विवाह सम्मेलन
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फुलेरा दूज 12 को, जुटेंगे 300 अग्रवैश्यय परिवार

ग्वालियर। आज के समय में विवाह करना बहुत महंगा हो रहा है। जीवन भर की जमा पूंजी इन विवाहों में लग जाती है। जिनके पास अर्थ है उन्हें तो कोई परेशानी नहीं है लेकिन जिनके पास अर्थ नहीं है उन्हें अपनी कन्याओं का विवाह करना कठिन होता है। ऐसे ही जरूरतमंद लोगों का ध्यान रखते हुए शहर की कुछ सामाजिक संस्थाएं विवाह सम्मेलन आयोजित करने जा रही हैं जिससे बहुत ही कम खर्च में कन्याओं का कन्यादान हो सके। साथ ही इन कन्याओं को गृहस्थी का सामान भी उपहार स्वरूप देने जा रही हैं। इन संस्थाओं का मुख्य उद्देश्य यह है कि समाज के सभी लोग एक छत के नीचे एकजुट हो सके और कन्या और वर एक दूसरे को पसंद भी कर सके। साथ ही विवाहों पर होने वाला फिजूलखर्च भी बंद हो सके। वहीं फुलेरा दूज भी 12 मार्च को मनाई जाएगी। इस दिन भी कई जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे।

अग्रवाल समाज का 110वां युवक-युवति परिचय सम्मेलन 12 को:-

अखिल भारतीय अग्रवाल परिचय सम्मेलन का 110वां युवक-युवति परिचय सम्मेलन 12 मार्च को शिन्दे की छावनी स्थित सिटी प्लाजा में होगा। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश ऐरन ने बताया कि इस सम्मेलन में 300 अग्रवैश्य परिवार जुटेंगे। यहां एक ही छत के नीचे युवक-युवति शामिल होंगे। श्री ऐरन ने कहा कि यह एक ऐसा मंच है जहां सभी एक छत के नीचे एकत्रित होते हैं और अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन बड़ी आसानी से करते हैं। देश के अनेकों छोटे एवं बड़े शहरों में आयोजन कर पांच लाख अग्रबंधुओं को जोड़ा गया है। संगठन में करीब पांच हजार कार्यकर्ता पूरे देश के अन्दर घर से घर को जोडऩे का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलनों से जहां कई परिवार एक ही छत के नीचे एक दूसरे से मिलते हैं वहीं कई प्रकार के फिजूल खर्चों को भी रोका जाता है।

ब्राह्मण समाज का विवाह सम्मेलन 14 अप्रैल को:-

ब्राह्मण समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन 14 अप्रैल को मप्र चेम्बर ऑफ कॉमर्स में आयोजित किया जाएगा। समिति के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज ने बताया कि यह हमारा दूसरा सम्मेलन है। डॉ. भारद्वाज ने बताया कि समाज में सामाजिक कुरीतियों को रोकने, दहेज प्रथा का समाप्त करने, फिजूल खर्च पर पाबंदी लगाने के लिए इस विवाह सम्मेलन को शुरू किया गया है। इस सम्मेलन में 11 से अधिक जोड़ों का विवाह करने का लक्ष्य रखा गया है। इस सम्मेलन के माध्यम से वर-वधु को 70 से 80 हजार रुपए का सामान नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा। साथ ही दोनों पक्षों के 50 लोगों को भोजन कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि पंजीयन की अंतिम तिथि 10 मार्च रविवार निर्धारित की गई है। प्रत्येक जोड़े को गृहस्थी के सामान के रूप में फ्रिज, एलईडी टीवी, पलंग, सोफा-सेट, सिलाई मशीन, एक ग्राम सोने का मंगलसूत्र, पायल, गैस चुल्हा, बर्तन, कपड़े, सफारी सूट, लहंगा साड़ी आदि दिया जाएगा।

खंगार समाज का विवाह सम्मेलन 10 मई को:-

खंगार क्षत्रिय समाज का निर्धन कन्याओं का विवाह सम्मेलन 10 मई को मेला ग्राउंड में किया जाएगा। समाज के अध्यक्ष राजेन्द्र पारिख ने बताया कि इस सम्मेलन में लगभग 51 जोड़ो का विवाह करने का लक्ष्य रखा है। यह सम्मेलन पूर्ण रूप से नि:शुल्क होगा। वर वधु को गृहस्थी का सामान भी दिया जाएगा।

दादाजी धाम में कल होगा जोड़ों का विवाह:-

श्री दादाजी धाम सत्संग सेवा समिति के तत्वावधान में नि:शुल्क विवाह सम्मेलन 11 मार्च सोमवार को फूलबाग मैदान में आयोजित किया जाएगा। दादाजी धाम के कमल उपाध्याय और दयालदास काकवानी ने बताया कि इस सम्मेलन में 31 जोड़ों का विवाह होगा। इन जोड़ों को 50 हजार रुपए की गृहस्थी का सामान दिया जाएगा जिसमें पलंग, अलमारी, कूलर, घड़ी, पर्स, कपड़े, चांदी के बिछुआ और पायल शामिल है। साथ ही दोनों पक्षों के 50-50 लोगों को भोजन कराया जाएगा।

फुलेरा दूज पर विवाह करने से जीवन में रहती है खुशहाली:-

ज्योतिषाचार्य सुनील चौपड़ा ने बताया कि फुलेरा दूज 12 मार्च को मनाई जाएगी। इस दिन विवाह करने से वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं। इस दिन को अबूझ मुहूर्त भी माना जाता है। इस दिन सभी प्रकार के शुभ कार्य बिना किसी मुहूर्त को देखते हुए किए जाते हैं। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 11 मार्च को सुबह 10 बजकर 44 मिनट से होगी और इसका समापन 12 मार्च 2024 को सुबह 07 बजकर 13 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है। ऐसे में फुलेरा दूज का पर्व 12 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन श्री राधा-कृष्ण की पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 09 बजकर 32 मिनट से दोपहर 02 बजे तक है।

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