जयारोग्य में मरीजों के साथ खिलवाड़, ऑपरेटर से बंटवा रहे दवाएं
ग्वालियर, न.सं.। अंचल के सबसे बड़ा जयारोग्य चिकित्सालय में मरीज यह सोच कर आता है कि उसे अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन अस्पताल प्रबंधन के जिम्मेदारी अधिकारी मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं तो दूर मरीजों के स्वास्थ्य के साथ ही खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं। जिसका उदाहरण सरदार भल्लभ भाई पटेल दवा वितरण केन्द्र है, जहां कम्प्यूटर ऑपरेटरों से दवाओं का वितरण कराया जा रहा है।
जयारोग्य चिकित्सालय के माधव डिस्पेसरी स्थित ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों के लिए सदरदार भल्लभ भाई पटेल नि:शुल्क दवा वितरण केन्द्र संचालित होता है। पूर्व में ओपीडी में सिर्फ एक ही काउन्टर था। जिस कारण मरीजों को परेशानी होती थी। इसी के चलते मरीजों की अधिकतम संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने ओपीडी व न्यूरोलॉजी विभाग में दवा वितरण के लिए अतिरिक्त काउंटर शुरू कराए। इसी के चलते वर्तमान में दोनों जगह करीब 8 काउंटर संचालित हो रहे हैं। लेकिन दवा वितरण के अधिकांश काउंटरों पर यूडीएस कम्पनी की तरफ से रखे गए कम्प्यूटर ऑपरेटर ही दवाएं बांट रहे हैं। जबकि दवा वितरण का कार्य फार्मासिस्ट या फिर नर्सिंग स्टॉफ ही कर सकता है। इतना ही नहीं इन कम्प्यूटर ऑपरेटरों को दवाओं का ज्ञान भी नहीं है, जिस कारण कई बार मरीज को गलत दवा भी थमा देते हैं। जिसको लेकर चिकित्सकों ने भी शिकायत की है। उसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन मरीजों के साथ अनदेखी करने में लगा हुआ है।
अधिकारी भी दे रहे संरक्षण
दवा वितरण में लगे कम्प्यूटर ऑपरेटर को कम्पनी द्वारा करीब दस हजार का भुगतान किया जा रहा है। इसके अलावा यह ऑपरेटर सिर्फ ओपीडी समय में काम कर घर चले जाते हैं। जबकि इतनी वेतन में फार्मासिस्ट या नर्सिंग के युवक काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं। इतना ही नहीं दवा वितरण केन्द्र के जिम्मेदार अधिकारियों के संरक्षण में यह ऑपरेटर अस्पताल के नर्सिंग स्टॉफ तक से अभद्रता कर देते हैं।
विधायक व मंत्री भी करते हैं सिफारिश
इतना ही नहीं काउंटर पर कुछ ऑपरेटर ऐसे हैं, जिनके आगे अस्पताल प्रबंधन भी चुप्पी साध जाता है। क्योंकि अगर अस्पताल प्रबंधन ऑपरेटरों पर कार्रवाई भी करता है तो मंत्री से लेकर विधायकों तक के फोन पहुंच जाते हैं। इतना ही नहीं कुछ ऑपरेटर तो ऐसे हैं, जो कुछ घंटे ही काम करते हैं। इसके अलावा अस्पताल के जो नर्सिंग स्टॉफ काउंटरों पर काम कर रहे हैं। वह भी लम्बे समय से जमे हुए हैं और मरीजों के साथ अभद्रता तक करते हैं।
इनका कहना है
मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है। अगर दवा वितरण का कार्य कम्प्यूटर ऑपरेटर देख रहे हैं तो कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. अभिलेख मिश्रा, प्रभारी दवा वितरण केन्द्र, जयारोग्य चिकित्सालय
काउंटरों पर अगर ऑपरेटर दवाएं बांट रहे हैं तो उन्हें वहां से हटाया जाएगा। इसके लिए हाईट्स एजेंसी को पत्र लिखा जाएगा। साथ ही नर्सिंग स्टॉफ को हटा कर उनकी वार्डों में ड्यूटी लगाई जाएगी।
डॉ. आर.के.एस. धाकड़. अधीक्षक, जयारोग्य चिकित्सालय