ग्वालियर में मांगों को लेकर आउटसोर्स कर्मचारियों ने काम किया बंद, नोडल अधिकारी से की अभद्रता
ग्वालियर। ईकोग्रीन से निगम आउटसोर्स पर आए कर्मचारियों द्वारा एक बार फिर अपनी मांगों के पूरी न होने के चलते हड़ताल करने की कोशिश की गई। जिसके चलते सुबह सुबह क्षेत्र में कचरा कलेक्शन के लिए निकली डोर-टू-डोर वाहन वापस आ गए। वहीं मामले को समझाने के दौरान नोडल अधिकारी श्रीकांत कांटे के साथ आउटसोर्स कर्मचारी कालीचरण प्रजापति द्वारा गाली-गलौच करने पर सेवा समाप्ति करने के नोटिस जारी किया गया।
शुक्रवार की सुबह सुबह ग्वालियर दक्षिण विधानसभा की डिपो लक्कडख़ाने पर ईकोग्रीन से निगम आउटसोर्स पर सेवा देने वाले कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों व अन्य समस्याओं को लेकर काम बंद कर दिया और सुबह फील्ड में कचरा कलेक्शन के लिए निकल चुके लगभग तीन दर्जन वाहनों को वापस बुला लिया गया। जिसकी सूचना पर निगम कार्यशाला नोडल अधिकारी श्रीकांत कांटे व पुलिस सहित अन्य मौके पर पहुंचे, लेकिन हड़ताल की अगुवाई कर रहे आउटसोर्स कर्मी रवि कुशवाह, देवेश सविता व कालीचरण प्रजापति से बातचीत में मामला बिगड़ता गया और तनातनी होने पर आउटसोर्स कर्मचारी कालीचरण प्रजापति द्वारा कार्यपालन यंत्री कार्यशाला श्रीकांत कांटे के साथ अभद्रता कर गाली-गलौच कर दी गई। जिसके बाद मामले की सूचना तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को देने पर अभद्रता करने वाले कर्मचारी की सेवा समाप्ति के निर्देश मिल गए।
दो अन्य कर्मचारियों को पहुंचाया फायर विभाग में
ग्वालियर दक्षिण डिपो पर बार बार हड़ताल व कर्मचारियों को संगठित करने वाले रवि कुशवाह व देवेश सविता को भी निगम फायर कार्यालय में पदस्थ करने के आदेश निकाले गए, जिससे कर्मचारियों की यूनिटी तोडक़र सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखा जा सके, लेकिन दोनों कर्मचारियों ने अभी तक आदेश की कॉपी नहीं ली है। वहीं सेवा समाप्ति पर जानकारों का कहना है कि निगम में सेवा संबंधी प्रकरण न्यायालय में लंबित है, ऐसे में किसी को भी नौकरी से नहीं निकाला जा सकता।