ग्वालियर में होली से पहले मरीजों को जबरन भेजा घर, कहा दो दिन बाद आना
ग्वालियर। होली के त्योहार को लेकर जहां जिले भर के शासकीय अस्पतालों को अलर्ट जारी किया गया है। वहीं जयारोग्य चिकित्सालय समूह के विभिन्न विभागों में भर्ती मरीजों की जबरन छुट्टी कर दी गई। जिसका एक मामला होली के ठीक एक दिन पहले रविवार को जयारोग्य के न्यूरोलॉजी विभाग में देखने को मिला। जहां चिकित्सक ने कई मरीजों की जबरन छुट्टी यह कहते हुए कर दी कि अस्पताल में स्टाफ नहीं है दो दिन बाद आ जाना। वहीं जबरन छुट्टी किए जाने से न्यूरोलॉजी विभाग में अधिकांश पलंग खाली भी हो गए। जबकि न्यूरोलॉजी में मरीजों को भर्ती होने के लिए कई बार पलंग तक नसीब नहीं हो पाते हैं।
न्यूरोलॉजी में भर्ती बुजुर्ग विनोद सिकरवार के परिजनों ने बताया कि मरीज की नाक में नली डली हुई है और मरीज होस में भी नहीं आया है। उसके बाद भी चिकित्सक ने जबरन छुट्टी कर दी। परिजनों ने चिकित्सक से यह भी कहा कि मरीज की स्थिति ठीक नहीं है और ऐसे में अगर घर ले जाते समय कुछ हो गया तो कौन जिम्मेदारी लेना। वहीं कुछ मरीजों के परिजनों ने चिकित्सकों से यह भी कहा कि आप डिस्चार्ज कार्ड पर लिख कर दे दीजिए कि जबरन छुट्टी की जा रही है। लेकिन चिकित्सक ने किसी की भी नहीं सुनी और यह कहते हुए छुट्टी कर दी कि होली पर अधिकांश स्टाफ छुट्टी पर है। इसलिए जब दो दिन बाद स्टाफ आ जाए तो भर्ती हो जाना।
डर की वजह से नहीं की शिकायत
जबरन छुट्टी किए जाने से परेशान मरीजों के परिजनों ने डर के कारण अधिकारियों से शिकायत भी नहीं की। परिजनों का कहना था कि मरीज को दो दिन बाद फिर से भर्ती करना है और अगर शिकायत कर दी तो चिकित्सक ठीक से उपचार नहीं करेंगे। इसलिए मजबूरन मरीज को घर ले जा रहे हैं।