रायरू मालगोदाम से बांग्लादेश जाएगी सोयाबीन की खली
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ग्वालियर, न.सं.। नियमित ट्रेनों का संचालन न होने से रेलवे ने अब माल लदान के क्षेत्र में विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है। अभी तक मुरैना रेलवे स्टेशन से सोयाबीन की खली बांग्लादेश देश जाती थी। लेकिन अब रेलवे ने अपनी आय बढ़ाने के लिए एक और नया कदम उठाया है। जिसमें रेलवे ने निर्णय लिया है कि जल्द ही रायरू मालगोदाम से सोयाबीन की खली बांग्लादेश पहुंचाई जाएगी। गुरुवार को झांसी मंडल के रेल प्रबंधक संदीप माथुर ने बताया कि ऑनलाइन पत्रकारों से चर्चा के दौरान बताया कि झांसी रेल मंडल ने माल लदान के क्षेत्र मे रेलवे को लाभ पहुंचाने का काम किया है। गुड्स के माध्यम से काम करते हुए इस वित्तीय वर्ष में पिछले वित्तीय वर्ष की भांति राजस्व अर्जन किया है। अप्रैल से जुलाई तक की अविधि फूड ग्रेेन लदान में झांसी मंडल द्वारा अच्छा प्रदर्शन करते हुए 5369 वैगनों का लदान किया तथा 51 करोड़ से अधिक रेल राजस्व का अर्जन किया। इसके अलावा व्यापारियों को रेल मार्ग अपनाने के लिए रियायत भी दी जा रही है। माह जुलाई-20 में पेट्रोलियम पदार्थ के 4737 वैगनों का लदान किया गया। जिससे 26.37 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया है।
तीसरी लाइन अक्टूबर तक होगी शुरू
चर्चा के दौरान श्री माथुर ने बताया कि झांसी से बीना के बीच बिछाई गई तीसरी लाइन को अक्टूबर तक शुरू किया जाएगा। वहीं बिरलानर से रायरू के बीच तीसरी लाइन बनने के बाद अब वहां पर सिग्नल का कार्य शुरू कर दिया गया है।
30 प्रतिशत ट्रेनों में मिल रही वेटिंग
एक जून से रेलवे द्वारा 230 ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इनमें 25 से 30 प्रतिशत ट्रेनों को छोड़ दिया जाए तो अन्य में यात्रियों को आसानी से सीट मिल रही है। इसका कारण यह है छोटी दूरी की यात्रा करने के लिए यात्री रेल मार्ग न अपनाकर सड़क मार्ग अपना रहे हैं। श्री माथुर ने बताया कि रेलवे द्वारा वर्तमान में कोई भी नहीं ट्रेन नहीं चला रहा है। ट्रेनों की संख्या उन मार्गों पर बढ़ाई जाएगी, जहां पर जरूरत है।