जनता के बीच रहने वाला और विकास की सोचने वाला हो प्रतिनिधि
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ग्वालियर, न.सं.। मध्यप्रदेश में 28 सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव का समय धीरे-धीरे नजदीक आता जा रहा है। यह चुनाव तीन नवंबर को होना है। इस चुनाव को लेकर प्रत्याशी अपने परिजन और रिश्तेदारों के साथ जी जान से लगे हुए हैं और आमजन से संपर्क बनाए हुए हैं। अपनी विजयश्री के लिए हर प्रत्याशी जनता से हर प्रकार के वादे कर रहा है। वहीं पार्टियों के मुखिया भी लोक-लुभावने वादे कर रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच जनता की भी इन प्रत्याशियों से बहुत आशाएं हैं। आमजन का कहना है कि जीतने वाला प्रत्याशी ऐसा हो जो उनकी हर बात को सुने व समझे। लोक लुभावने वादों की अपेक्षा शहर विकास की अधिक सोचे और जनता के बीच जाता रहे।
इनका कहना है
'इस चुनाव में सरकार निष्पक्ष बननी चाहिए। जो भी व्यक्ति जीत कर जाए वह जनता की सोचने वाला हो। होता यह है कि जिस व्यक्ति के वोट से प्रत्याशी जीतता है, वह उसी वोट को भूल जाता है। फिर हम अपनी समस्याओं के लिए दर-दर भटकते रहते हैं।
-श्रीमती अंजली बत्रा,वरिष्ठ समाजसेवी
'जीतकर आने वाला प्रतिनिधि शहर विकास की सोचने वाला है। हमें जनता के बीच का ही व्यक्ति चाहिए जो हमें जानने वाला हो। जिससे हम कभी भी संपर्क कर सकें।
श्रीमती कविता सोनी,वरिष्ठ समाजसेवी
'सरकार में आने वाले प्रतिनिधि शिक्षा व रोजगार पर कार्य करने वाले हो। आने वाले लोग जातिवाद को बढ़ावा देने वाले न हों।
श्रीमती रानू नाहर, वरिष्ठ समाजसेवी
'वोट लेने के बाद कोई नहीं आता है। हमें ऐसा प्रत्याशी चाहिए जो हमारी सुने। इसके लिए वह शिकायती पेटी भी अपने कार्यालय में लगा सकते हंै, जिसके माध्यम से हम अपनी समस्याएं उस तक भेज सकें। हर माह वार्ड के अनुसार एक बैठक भी होने चाहिए।
श्रीमती मीनाक्षी गोयल, संस्थापक, लॉयन्स क्लब
'ग्वालियर की स्थिति रोजगार के क्षेत्र में संतोषजनक नहीं है। सबसे पहले यहां रोजगार के नए-नए साधन सृजन होने चाहिए। सरकार ऐसी आए जो यहां के नागरिकों की मूलभूत समस्या को समझकर उसे हल करे।
शैलजा शर्मा, अध्यक्ष, कर्तव्य जनसामाजिक संस्था