ग्वालियर में "हर घर, नल जल" पहुंचाने के लिए तैयार होगी 1600 करोड़ की योजना

ग्वालियर में हर घर, नल जल पहुंचाने के लिए तैयार होगी 1600 करोड़ की योजना
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सीवेज सिस्टम भी होगा बेहतर

ग्वालियर/वेब डेस्क। ग्वालियर के लिए पानी और सीवेज की 1600 करोड़ की योजना तैयार होगी। इसके लिए कार्ययोजना बनाने का काम नगरनिगम के कमिश्नर किशोर कान्याल को दिया गया है। नगर निगम कमिश्नर एक्सपर्ट अफसरो की मदद से इसे तैयार कर रहे हैं। इसमें दीर्घकालिक पेयजल योजना के साथ सीवेज योजना भी शामिल होगी।

यह तय हुई दीघकालिक पेयजल योजना -

दीर्घकालिक पेयजल योजना में चंबल प्रोजेक्ट, कोतवाल डैम, अपर ककैटो–ककैटो - पहसारी जलाशय और तिघरा से ग्वालियर शहर को अगले 28 वर्षों तक हर साल लगभग 464 एमएलडी पानी की निर्वाध आपूर्ति का प्रावधान किया गया है। लगभग 1100 करोड़ रूपए की लागत से यह पेयजल आपूर्ति योजना मूर्तरूप लेगी। योजना से ग्वालियर शहर के लिए वर्ष 2050 तक पेयजल आपूर्ति हो सकेगी। वहीं पांच सौ करोड़ रूपए सीवेज के लिए चाहिए। चंबल प्रोजेक्ट के जरिए 90 एमएलडी, कोतवाल डैम से 60 एमएलडी और अपर ककैटो - ककैटो – पहसारी जलाशयों से पाइप लाईन के जरिए 120 एमएलडी पानी तिघरा जलाशय के माध्यम से शहर को उपलब्ध होगा। वर्तमान में हर साल कम से कम 192 एमएलडी पानी की उपलब्धता रहती है। इसके अलावा रीसाइकिलिंग के जरिए भी 40 एमएलडी पानी शहर को उपलब्ध कराने का प्रावधान दीर्घकालीन पेयजल योजना में किया गया है। अमृत-2 योजना के तहत ग्वालियर शहर को लगभग 826 करोड़ मिलने है। शहर के वार्ड-1 से वार्ड-60 की जिन बस्तियों में अमृत-1 योजना के तहत पाइप लाईन डालने का काम शेष रह गया है, वह अमृत-2 योजना के तहत पूरा किया जायेगा। साथ ही शहर से जुड़े 6 नए वार्डों (61 से 66) में पेयजल के सम्पूर्ण कार्य कराए जायेंगे।

फैक्ट फाइल -

वर्ष 2020 -

  • जनसंख्या-15.62 लाख
  • पानी डिमांड-211 एमएलडी
  • लास के साथ डिमांड-248 एमएलडी
  • फायर डिमांड-4 एमएलडी
  • कुल डिमांड- 278 एमएलडी

वर्ष 2035 -

  • जनसंख्या- 20.6 लाख
  • पानी डिमांड-278.1 एमएलडी
  • लास के साथ डिमांड-327.18 एमएलडी
  • फायर डिमांड-4.54 एमएलडी
  • कुल डिमांड- 364 एमएलडी

वर्ष 2050 -

  • जनसंख्या-26.41 लाख
  • पानी डिमांड-356.54 एमएलडी
  • लास के साथ डिमांड-419.45 एमएलडी
  • फायर डिमांड-5.14 एमएलडी
  • कुल डिमांड- 464 एमएलडी

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