प्रयास सौंदर्यीकरण का, चुनौती सुरक्षा की, ग्वालियर में वर्टिकल गार्डन से चोरी हो रहे पौधे
ग्वालियर। शहर के चौक-चौराहों को सुंदर बनाने के लिए एक नया प्रयोग शहर के चौराहो पर किया गया है। नगर निगम ने यहां वर्टिकल गार्डन को विकसित किया है। लोहे की फ्रेम में गमलों को सजाया गया। लेकिन यहां चुनौती पौधों की सुरक्षा को लेकर ज्यादा नजर आ रही है। यहां से लोग पौधों को चोरी कर रहे हैं। कई लोग यहां से गमले निकालकर ले गए।
उद्यानों से खेल सामग्रियां व ओपन जिम से उपकरण चोरी जाने की घटनाओं के बीच अब चोरों की नजर वर्टिकल गार्डन के सुंदर गमलों पर गड़ गई है। आकशवाणी चौराहे के पास तैयार किए जा रहे गार्डन में गमलों में शोदार दुर्लभ पौधे लगाए गए हैं। वहां से गमले लगातार चोरी जा रहे हैं। इससे नगर निगम प्रशासन परेशान है।
तीन साल तक कंपनी करेगी देखरेख
नगर निगम ने जिस कंपनी को काम दिया है वह 18 हजार स्क्वायर फीट में वर्टिकल गार्डन तैयार कर रही है। अभी शहर में चार जगहों पर वर्टिकल गार्डन तैयार किए जा चुके है। लेकिन इनमें से अधिकत्तर में पौधे गायब हो चुुके है। इससे कंपनी के कर्मचारी भी परेशान है। जबकि तीन साल तक वर्टिकल गार्डनकी देेखरेख कंपनी करेगी।
वर्टिकल गार्डन क्या है
वर्टिकल गार्डन हरियाली के लिए किए जा रहे बड़ा प्रयास में से एक है। इसमें दीवारों, खुली जगहों पर लोहे के विशेष तकनीक के मेटल व लोहे के फ्रेम या पिलरों के चारों तरफ फ्रेम बनाकर छोटे-छोटे प्लास्टिक के विशेष रूप से बने गमलों में पौधों को लगाया जाता है। पोधों को इस तरह से लगाया जाता है कि वे सीधे एक के ऊपर एक रहते हैं। इसमें काम कम्प्लीट होने के बाद पूरा फ्रेम या दीवार व पिलर ऊपर से नीचे तक हरा-भरा दिखता है। इसमें बीच-बीच में मल्टी कलर के पौधों को लगाया जाता है, जिसके हरे के साथ जामुनी, गुलाबी, बैगनी, लाल रंग नजर आते हैं। बेहद खूसूरत व आंखों को सुकून देने वाले होते हैं।
इनका कहना है
वार्टिकल गार्डन के अगर पौधे चुराए जा रहे है, तो ऐसे लोगों के खिलाफ संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
हर्ष सिंह
निगमायुक्त