फुटपाथ पर बिकने के कारण गरीबों ने भी सीखा मेवा खाना

फुटपाथ पर बिकने के कारण गरीबों ने भी सीखा मेवा खाना
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काजू 600 और बादाम 650 रुपए किलो

ग्वालियर, न.सं.। महंगाई के इस दौर में रोटी के अलावा निम्न एवं मध्यम वर्ग के लिए काजू, बादाम व किशमिश खाना एक मुश्किल सी बात है। अधिकतर लोग मेवा की दुकान पर इसलिए नहीं जाते हैं क्योंकि दाम अधिक होने के कारण वह इसे खरीद ही नहीं पाते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से फूलबाग क्षेत्र में काजू, बादाम, किशमिश और छुआरा की दुकान फुटपाथ पर लगने लगी हैं। जम्मू और दिल्ली से यहां आकर बिकने वाली मेवा के दाम दुकानों और शोरूमों से काफी कम हैं। इस वजह से निम्न एवं मध्यम वर्ग के लोग भी यहां से मेवा आदि खरीदकर खाने लगे हैं। चलता हुआ रोड होने के कारण यहां दिनभर ग्राहकों की अच्छी खासी भीड़ लगी रहती है। त्यौहारी सीजन शुरू होने के कारण यहां लोगों की भीड़ और अधिक बढऩे वाली है।

शोरूम और दुकानों पर महंगा बिकता है मेवा:-

शोरूम और दुकानों पर बिकने वाला मेवा बहुत महंगा होता है। यहां पर जो मेवा बेचा जाता है उसमें लेबर व शोरूम आदि के चार्ज लगे होने के कारण इसके दाम अधिक होते हैं जिससे हर कोई इसे खरीद नहीं पाता है।

बाजार व फुटपाथ पर बिकने वाली मेवा के दाम रुपए किलो में:-

मेवा फुटपाथ बाजार

बादाम 600-650 650-900

काजू 650 500-950

खोपरा 170 180

पिस्ता 1600 2200

छुआरा 200 320

चिरोंजी 1300 1500

अखरोट 500 750

अंजीर 600 1400

किशमिश 200 360

इनका कहना है:-

'हमारे अन्य कोई खर्चे नहीं है, इसलिए हम मेवा को सस्ते दामों पर बेच लेते हैं। किलो पर हम 50 से 100 रुपए कमा लेते हैं।'

विनोद गुजराती,मेवा कारोबारी

'यह मेवा दिल्ली और जम्मू से आती है। सामान्य लोगों के अलावा सस्ती होने के कारण कार वाले भी इसे खरीद कर ले जाते हैं। बाजार में बिकने वाली मेवा की तरह ही हमारी मेवा है।'

काजल गुजराती, मेवा कारोबारी

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