भाजपा जाएवे बारी है, कांग्रेस आएवे बारी है: प्रियंका गांधी
ग्वालियर,न.सं.। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को भाषण की शुरुआत राम-राम से की और स्थानीय भाषा में अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने अंत में कहा कि मप्र में प्रचंड बदलाव की लहर है। कांग्रेस को मजबूती के साथ जिताएं, ऐसी सरकार बनाएं जो न खरीदी जा सके और ना गिराई जा सके। उन्होंने कहा कि भाजपा जाएवे बारी है, कांग्रेस आएवे बारी है।
उन्होंने कहा कि मैं ग्वालियर आ रही थी तो कई साथियों ने मुझे मुद्दे भेजे। कौन- कौन से मुद्दे ग्वालियर व मध्यप्रदेश में महत्वपूर्ण हंै। जब मुद्दों को पढ़ रही थी तो लगा कि ज्यादातर नकारात्मक बाते हैं, तो मन में आया कि आज हमारी राजनीति आरोप-प्रत्यारोप में फंस गई है। इससे बढकऱ भी कुछ बात कर सकते हैं। हांलाकि इसके बाद वह आरोप-प्रत्यारोप में ही उलझी रहीं। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक सिंह एवं महाराज सिंह पटेल ने किया। इस मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, अरुण यादव,अजय सिंह उर्फ राहुल भैया, शोभा ओझा, केके मिश्रा, शिवभाटिया, महेन्द्र सिंह चौहान, जयवर्धन सिंह,जीतू पटवारी, पीसी शर्मा, आरिफ अकील, विभा पटेल सहित सैकड़ों नेता मंचासीन थे।
दिग्विजय की जगह नकुलनाथ को दी तवज्जो
रैली की खास बात यह रही कि प्रियंका गांधी मंच पर लगभग 1 घंटे देरी से आईं। इस दौरान एक दर्जन नेताओं को संबोधन का मौका मिला। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र और छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ को भी पर्याप्त समय दिया गया। जबकि 10.30 बजे से मंच व्यवस्था देख रहे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को बोलने का अवसर नहीं मिला। वैसे अक्सर यह भी माना जाता है कि दिग्विजय सिंह परदे के पीछे रहते हंै। उनके न बोलने का यह भी एक कारण हो सकता है।
कमलनाथ बोले- मैं महाराज, मामा, किसान का बेटा नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज प्रदेश का हर वर्ग आक्रोशित है। मैं महाराजा नहीं हूं। शिवजराज सिंह कहते हैं मैं मामा हूं, मैं मामा नहीं हूं। मैं एक साधारण व्यक्ति हूं, आपका भाई हूं। भाजपा की सरकार ने परेशान कर रखा है। हर व्यक्ति छला हुआ महसूस कर रहा है। भाजपा ने झूठ की राजधानी बना रखा है। शिवराज सिंह ने 18 सालों में झूठ का पहाड़ खड़ा कर दिया है। वे झूठ की मशीन हंै, घोटाले की मशीन हैं, घोषणाओं की मशीन हंै।
गोविंद सिंह के निशाने पर रहे सिंधिया
आमसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोलते हुए कहा कि लक्ष्मीबाई ने संघर्ष करते हुए इसी जमीन पर अंतिम सांस ली थी। यदि ग्वालियर का खानदान साथ दे देता तो देश पहले ही आजाद हो जाता है। आज अपनी संपत्ति बचाने के लिए उसी व्यक्ति ने कांग्रेस से गद्दारी कर सरकार गिराने का काम किया। तीस हजार करोड़ की जमीनें है। मध्यप्रदेश सरकार की संपत्तियां एक परिवार ने हड़प ली है।
ग्वालियर के नेताओं का नहीं लिया नाम
प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में प्रदेशभर से आए नेताओं के नाम तो लिए लेकिन ग्वालियर-चंबल अंचल के किसी भी नेता का नाम नहीं लिया। इनमें महापौर शोभा सिकरवार, विधायक लाखन सिंह, प्रवीण पाठक, सतीश सिकरवार, बैजनाथ सिंह, राकेश मावई सहित अन्य नेता शामिल हंै। इतना ही नहीं महापौर को एक तरफ कोने की सीट पर बिठाया गया। कुछ लोगों ने प्रियंका का स्वागत गुलदस्तों से किया, बाद में भी बहुत से नेताओं ने फोटो खिंचाने के चक्कर में टेबल पर रखे गुलदस्ते देना शुरू कर दिए।
लक्ष्मीबाई समाधि पर पहुंची राजस्थान की महिलाएं
प्रियंका गांधी विमानतल पर आने के बाद सीधे रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंची। इस दौरान राजस्थान से आईं महिलाओं ने पोस्टर और बैनर के साथ कांग्रेस मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरु कर दिए और पर्चे भी फेंके। उनका आरोप था कि राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हंै। इसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। इस दौरान उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, जेपी अग्रवाल, डॉ. गोविंद सिंह, नकुलनाथ एवं अशोक सिंह मौजूद थे।
यह हजारों की संख्या में लोगों को लेकर पहुंचे
चूंकि सभी नेताओं को भीड़ लाने का लक्ष्य दिया गया था। इसीलिए ग्वालियर- चंबल अंचल के नेताओं में भीड़ लाने की होड़ लगी रही। यह भीड़ टिकटार्थियों द्वारा ज्यादा जुटाई गई। इनमें विधायक सतीश सिकरवार, प्रवीण पाठक, मानवेन्द्र गांधी, प्रमोद चौधरी(मेहगांव), यदुनाथ सिंह तोमर, भानुप्रताप सिंह तोमर सहित अन्य नेता शामिल हंै।
नियमित फ्लाईट से आकर विशेष विमान से गई
प्रियंका गांधी नई दिल्ली नियमित विमान से ग्वालियर आई और दो बजे के बाद सभा समाप्त होने पर विशेष विमान से दिल्ली रवाना हुई। जबकि कमलनाथ चाटर्ड प्लेन से भोपाल से आकर उसी से वापस गए।